जयंत की किसान पंचायत को प्रशासन की नामंजूरी- मगर पंचायत पर अड़े किसान
लखनऊ। 25 फरवरी को लखीमपुर में होने वाली किसान पंचायत को एसडीएम बलिया ने स्कूल के प्रधानाचार्य की ना मर्जी व कोविड-19 का हवाला देते हुए पंचायत के लिये मांगी गई अनुमति रद्द कर दी है। हालांकि पंचायत की अनुमति रद्द होने के बाद भी किसान पंचायत करने पर अडे हुए हैं। प्रशासन द्वारा परमिशन रद्द करने के बाद रालोद के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने एसडीएम के पत्र को टैग करते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि अनैतिक, अलोकतांत्रिक सरकारी फरमान का एक और नमूना।
गौरतलब है कि 11 फरवरी 2021 को लखीमपुर खीरी के राष्ट्रीय लोकदल के महासचिव पंडित शिवप्रसाद द्विवेदी ने डीएम को एक प्रार्थना पत्र देकर 25 फरवरी को सम्पूर्णानगर इंटर काॅलेज के मैदान पर किसान पंचायत की अनुमति मांगी थी। जिसमें रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद जयंत चौधरी के शामिल होने की संभावना जताई थी। एसडीएम बलिया उमेश कुमार ने सीओ बलिया एवं इंस्पेक्टर सम्पूर्णानगर से आख्या मांगी थी। जिस पर स्थानीय पुलिस ने काॅलेज के प्रधानाचार्य की अनुमति नहीं होने एवं कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए पंचायत की अनुमति नहीं देने की आख्या एसडीएम बलिया को भेज दी। इसके बाद एसडीएम बलिया ने रालोद के जिला महासचिव पंडित शिवप्रसाद द्विवेदी को पत्र भेजकर अवगत करा दिया कि कोविड- 19 के चलते किसान पंचायत को अनुमति नहीं दी जाती है। एसडीएम के पंचायत की परमिशन रद्द करने के बाद लखीमपुर एवं पीलीभीत के किसानों में रोष उत्पन्न हो गया। गांव-गांव मीटिंग करते हुए किसान नेताओं ने अल्टीमेटम दिया है कि प्रशासन भले ही परमिशन न दें। 25 फरवरी को किसान पंचायत का आयोजन होगा, जिसको रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी संबोधित करेंगे।