पर्चे कैंसिल होने को लेकर बवाल -रातभर किसानों का थाने में धरना
मेरठ। गन्ना समिति के डेलीगेट्स के पद के लिए कराये जा रहे चुनाव में किसानों के 102 पर्चे कैंसिल होने से बुरी तरह गुस्से में आए किसानों एवं भारतीय किसान यूनियन कार्यकर्ताओं ने थाने पर धावा बोलते हुए पूरी रात वहां पर धरना दिया। थाना परिसर में ही ट्रैक्टर ट्रालियां लगाकर किसान धरना देने के लिए बैठ गए। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धरना दे रहे किसानों को खुद मनाने के लिए पहुंचे, लेकिन किसानों ने पर्चे बहाल होने तक धरना खत्म करने से इनकार कर दिया।
सहकारी गन्ना विकास समिति के डेलीगेट्स के पद के लिए शुक्रवार को हुए नामांकन के दौरान मोहिउद्दीनपुर गन्ना समिति में नामांकन पत्रों की जांच के दौरान चुनाव अधिकारी द्वारा किसानों की ओर से भरे गए 255 नामांकन में से 102 नामांकन निरस्त कर दिए गए।
इस बात से नाराज हुए भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष की अगुवाई में डेलीगेट्स के पद के लिए किसानों के नामांकन कैंसिल करने वाले चुनाव अधिकारी पर मनमानी का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। चुनाव अधिकारी से जब 102 पर्चो के निरस्त करने का कारण पूछा गया तो वह कोई संतुष्टि पूर्ण जवाब नहीं दे सके।
किसानों ने आरोप लगाया कि चुनाव अधिकारी ने भारतीय जनता पार्टी के कैंडिडेट के रूप में पर्चा भरने वाले किसी भी किसान का नामांकन कैंसिल नहीं किया है।किसान नेता विजयपाल घोपला ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह नहीं चाहती कि इलेक्शन हो। इसलिए पूरे चुनाव पर अधिकारियों के माध्यम से कब्जा करते हुए किसानों के पर्चे कैंसिल कर दिए हैं।
इसके बाद किसान मोहिउद्दीनपुर गन्ना समिति दफ्तर में धरने से उठकर सीधे परतापुर थाने पहुंच गए और थाना परिसर में ही अपनी ट्रैक्टर ट्रालियां लगाकर वहां धरना देना शुरू कर दिया।देर रात वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर विपिन ताडा खुद धरना दे रहे किसानों के बीच उन्हें मनाने के लिए पहुंच गए और किसान नेता विजयपाल समेत अन्य किसानों से धरना समाप्त करने का आग्रह किया।लेकिन किसानों ने डिमांड उठाई के चुनाव में जो पर्चे कैंसिल किए गए हैं उन्हें बहाल किया जाए।