बसपा नेता ने की आत्महत्या, आरोपी कानूनगो सस्पैंड, जांच शुरू

बसपा नेता ने की आत्महत्या, आरोपी कानूनगो सस्पैंड, जांच शुरू

बदायूं। प्रशासनिक अधिकारियों के अपमानजनक रवैये से आहत होकर बहुजन समाज पार्टी के एक नेता ने तहसील परिसर में ही सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली। मामला बदायूं जिले के सहसवान तहसील क्षेत्र का है। आनन-फानन में अस्पताल ले जाये गये बसपा नेता की ईलाज के दौरान मौत हो गई। बसपा नेता ने लिखे दो पेज के सुसाइड नोट में पूरे मामले के लिए एसडीएम सहसवान और रजिस्ट्रार कानूनगो को जिम्मेदार ठहराया है। प्रशासन ने मामले की गंभीरता समझते हुए कानूनगो को निलंबित कर दिया है और मामले की जांच अपर जिलाधिकारी के हवाले कर दी गई है।

बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हरवीर सिंह नाम के एक व्यक्ति ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। जिलाधिकारी ने संबंधित कानूनगो को निलंबित कर दिया है और मामले की जांच राजस्व एवं वित्त अपर जिलाधिकारी बहादुर सिंह को दी गई है।

जनपद की सहसवान तहसील क्षेत्र के गांव रसूलपुर का रहने वाला 40 वर्षीय हरवीर सिंह बहुजन समाज पार्टी का तहसील अध्यक्ष था। बताया जा रहा है कि वर्ष 2006 में हरवीर सिंह को जमीन का पट्टा आवंटित किया गया था। इसको संक्रमणीय भूमिधर में दर्ज कराने के लिए बसपा नेता काफी समय से तहसील के चक्कर लगा रहा था। परिवारजनों का आरोप है कि रजिस्ट्रार कानूनगो और उप जिलाधिकारी उससे 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रहे थे। मृतक के भाई का आरोप है कि तहसील में एसडीएम से मिलने के लिए गये हरवीर के साथ एसडीएम सहसवान किशोर गुप्ता ने बदसलूकी करते हुए मृतक को जेल भेजने की धमकी भी दी। हरवीर भरी तहसील हुए इस अपमान से इतनी बुरी आहत हुआ कि उसने तहसील परिसर में ही सल्फास खा ली। जहरीला पदार्थ खा लेने की जानकारी जब फोन पर परिजनों को दी तो तुरंत ही वे तहसील पहुंचे। आनन-फानन में हरवीर को इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। हरवीर ने सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें उसने एसडीएम किशोर गुप्ता और रजिस्ट्रार कानूनगो को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है।

जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने बताया कि बसपा नेता के आत्महत्या मामले में प्रथम दृष्टया कानूनगो को दोषी पाए जाने पर निलबिंत किया जा रहा है। मामले की जांच एडीएम वित्त एवं राजस्व को सौंपी गई है। साथ ही भूमि का पट्टा मृतक के परिजनों को आवंटित किया जा रहा है।

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