भोलेनाथ की पूजा ठेकेदारों पर पड़ी भारी- दारु कम बिकने से हुआ घाटा

भोलेनाथ की पूजा ठेकेदारों पर पड़ी भारी- दारु कम बिकने से हुआ घाटा

लखनऊ। श्रावण मास के 59 दिन के होने का अच्छा खासा असर उत्तर प्रदेश सरकार को दारू के बिकने से होने वाली कमाई पर पड़ा है। श्रावण मास के दौरान दारू की कम बिक्री होने से पिछले साल की तुलना में इस साल आबकारी विभाग को राजस्व का घाटा उठाना पड़ा है। दरअसल श्रावण मास के दौरान महिला एवं पुरुषों द्वारा भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की जाती है। इस दौरान दारू के सेवन से परहेज करते हुए मीट मांस का प्रयोग भी खाने के ज्यादातर शौकीनों द्वारा बंद कर दिया जाता है। इस बार श्रावण मास 59 दिन का रहा है। जिसका सीधा असर उत्तर प्रदेश के आबकारी विभाग में देखने को मिला है।


अन्य सालों की अपेक्षा इस साल शराब की बिक्री कम होने से सरकार के खजाने पर इसका अच्छा खासा असर पड़ा है। वित्त विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक अगस्त महीने में इस बार दारू की कम बिक्री होने से आबकारी विभाग को मिलने वाले राजस्व में पिछले साल की अपेक्षा अच्छी खासी कमी आई है। अगस्त महीने में सरकार को पिछले साल के मुकाबले 18.39 करोड़ का कम राजस्व हाथ लग सका है। हालांकि जीएसटी, वेट, स्टांप और परिवहन से मिलने वाले राजस्व में पिछले साल की तुलना में बढ़ोतरी हुई है।

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