बसपा के भगोड़े वेस्ट UP प्रभारी शमसुद्दीन की तलाश जारी- कुर्की के आदेश
मेरठ। बहुजन समाज पार्टी के पूर्व मंडल कोऑर्डिनेटर को पार्टी के दफ्तर में ले जाकर पीटने के मामले में बुरी तरह से फंसे बसपा के वेस्ट यूपी प्रभारी शमसुद्दीन राइन के खिलाफ गिरफ्तारी और कुर्की के आदेश जारी किए गए हैं। बसपा के पावरफुल नेता के खिलाफ गिरफ्तारी और कुर्की के आदेश जारी होने के बाद पार्टी के भीतर भारी भूचाल आ गया है।
बहुजन समाज पार्टी के वेस्ट यूपी प्रभारी शमसुद्दीन राइन की मुश्किलें कम होने की वजह लगातार सिर से ऊपर जाती लग रही है। पार्टी के पूर्व मंडल कोऑर्डिनेटर अनिल प्रधान एडवोकेट के साथ पार्टी के दफ्तर में की गई मारपीट के मामले में न्यायालय की ओर से बसपा नेता की गिरफ्तारी और कुर्की के आदेश जारी कर दिए गए हैं। बसपा नेता के अधिवक्ता ने शमसुद्दीन राइन के खिलाफ जारी किए गए गैर जमानती वारंट के खिलाफ जो अर्जी अदालत में दाखिल की थी, उसे खारिज कर दिया गया है।
जनपद के यादगारपुर निवासी अनिल प्रधान एडवोकेट ने वर्ष 2022 की 28 अप्रैल को महानगर के नौचंदी थाने में बहुजन समाज पार्टी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी शमसुद्दीन राइन, सतपाल पेपला, मोहित जाटव, दिनेश गाज़ीपुर और विकास रोहटा के अलावा 15- 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट, जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करने और गाली गलौज करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था।
पुलिस ने वादी पक्ष के बयान दर्ज कर लिए हैं, जबकि शमसुद्दीन राइन कई बार बुलाने के बावजूद बयान दर्ज करने नहीं पहुंचे हैं। अब अदालत की ओर से शमसुद्दीन राइन की गिरफ्तारी और उसकी संपत्ति की कुर्की के आदेश जारी किए गए हैं।
गैर जमानती वारंट जारी होने के बावजूद बसपा नेता की गिरफ्तारी नहीं होने से सुनवाई के दौरान अदालत भी पुलिस से नाराज दिखाई दी। अदालत ने आदेश देते हुए कहा है कि शमसुद्दीन राइन कई संपत्ति की कुर्की और गिरफ्तारी की कार्यवाही तुरंत अमल में लाई जाए।