छात्रों की भूख हड़ताल खत्म- सिटी मजिस्ट्रेट पिलाया जूस
मुजफ्फरनगर। मां शाकंभरी विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से सेमेस्टर परीक्षा शुल्क में की गई भारी भरकम बढ़ोतरी के विरोध में किया जा रहा आमरण अनशन सिटी मजिस्ट्रेट ने अपने हाथों से छात्रों को जूस पिलाकर समाप्त करा दिया है। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ की तर्ज पर सेमेस्टर फीस लिए जाने की सहमति पर छात्रों द्वारा अपनी भूख हड़ताल समाप्त की गई है।
बुधवार को कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी दफ्तर पर छात्र-छात्राओं द्वारा दिया जा रहा आमरण अनशन आज सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप ने अपने हाथों से भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों को जूस पिलाकर समाप्त करा दिया है। भूख हड़ताल पर बैठे छात्र-छात्राओं को प्रशासन की ओर से आश्वासन दिया गया है कि मां शाकंभरी विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की तर्ज पर ली जा रही सेमेस्टर फीस के आधार पर मां शाकंभरी यूनिवर्सिटी से जुड़े छात्रों से सेमेस्टर परीक्षा फीस ली जाएगी।
इस आश्वासन पर छात्र-छात्राएं अपने आमरण अनशन को समाप्त करने पर तैयार हुए हैं। इससे पहले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने सहारनपुर पहुंचकर मां शाकंभरी विश्वविद्यालय के कुलपति एवं रजिस्टर से बातचीत कर शुल्क में की गई बढ़ोतरी वापस लिए जाने की बात कही थी। माना जा रहा है कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता द्वारा की गई इस बातचीत के बाद मां शाकंभरी विश्वविद्यालय प्रबंधन सेमेस्टर फीस में की गई बढ़ोतरी को वापस लेने पर तैयार हुआ है। बहरहाल मामला कुछ भी रहा हो लेकिन विश्वविद्यालय प्रबंधन ने सेमेस्टर परीक्षा फीस बढ़ोतरी का फैसला वापस लेकर छात्र-छात्राओं में आए उबाल को शांत कर दिया है।