यूपी ने रचा इतिहास- बाप - बेटे और भाई - भाई एक साथ बैठेंगे सदन में

यूपी ने रचा इतिहास- बाप - बेटे और भाई - भाई एक साथ बैठेंगे सदन में

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मंगलवार को विधान परिषद की स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन वाली 36 सीटों पर मंगलवार को घोषित चुनाव परिणाम नेे एक ही परिवार के कई सदस्यों के लिये विधान मंडल पहुंचने का मार्ग प्रशस्त कर दिया है।

इस कड़ी में मऊ-आजमगढ़ सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार विक्रांत सिंह रिशु के चुनाव जीतने के बाद अब वह अपने पिता यशवंत के साथ विधान परिषद में बैठेंगे। भाजपा सदस्य के रूप में यशवंत 2018 में विधान परिषद के सदस्य चुने गये थे। मऊ-आजमगढ़ सीट पर भाजपा के उम्मीदवार अरुणकांत यादव के खिलाफ बेटे रिशू को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ाने के कारण भाजपा ने यशवंत को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। मजे की बात यह है कि भाजपा उम्मीदवार अरुणकांत आजमगढ़ की फूलपुर पवई सीट से सपा विधायक हैं।


बेटे के चुनाव जीतने के बाद अब पिता पुत्र, दोनों निर्दलीय सदस्य के रूप में उच्च सदन में बैठेंगे। इससे पहले 1992 में शिव प्रसाद गुप्ता ने विधान परिषद के सभापति के रूप में अपने बेटे सुरेश चंद्र गुप्ता उर्फ बच्चू बाबा को उच्च सदन के सदस्य की शपथ दिलायी थी।

इस चुनाव परिणाम के साथ ही तीन परिवारों के लिये साल 2022 भाईयों को राज्य के विधान मंडल तक पहुंचाने वाला साबित हुआ। फर्रुखाबाद जिले में मंगलवार को एक ही परिवार के दो चचेरे भाईयों के भाजपा विधायक चुने जाने से खुशी की लहर दौड़ गई। गत 10 मार्च को उत्तर प्रदेश विधानसभा के घोषित चुनाव परिणाम में फर्रूखाबाद सदर सीट से भाजपा प्रत्याशी मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने एक लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की। इसके बाद आज विधान परिषद के घोषित चुनाव परिणाम में उनके चचेरे भाई प्रांशु दत्त द्विवेदी इटावा-फर्रुखाबाद सीट से बतौर भाजपा उम्मीदवार चुनाव जीते हैं। प्रांशु भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं।


इसके अलावा प्रतापगढ़ सीट से जनसत्ता दल के उम्मीदवार अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी विधान परिषद सदस्य चुने गये हैं। वह जनसत्ता दल के अध्यक्ष और प्रतापगढ़ जिले की कुंडा विधानसभा सीट से विधायक राजा भैया के चचेरे भाई हैं। यह दूसरा ऐसा परिवार है जिसके दो भाईयों को महज एक महीने के अंतराल पर विधान मंडल के दोनों सदनों का सदस्य चुना गया हो।

इस फेहरिस्त में तीसरा परिवार रायबरेली जिले से हैं, जहां भाजपा उम्मीदवार के रूप में दिनेश प्रताप सिंह विधान परिषद के सदस्य चुने गये हैं। योगी सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाये गये दिनेश प्रताप सिंह के छोटे भाई राकेश सिंह 10 मार्च को घोषित विधानसभा चुनाव परिणाम में रायबरेली जिले हरचंदपुर सीट से विधायक चुने गये थे। दोनों भाई हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।

वार्ता

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