लड़की के थप्पड़ लगने से आहत युवक ने गंगा में कूद दी जान- 2 पुलिस.....
वाराणसी। सरेराह छेड़छाड़ का शिकार हुई स्टूडेंट द्वारा बीच बाजार थप्पड़ मारे जाने से आहत हुए सब्जी विक्रेता ने गंगा में कूद कर अपनी जान दे दी। परिवारजनों ने इस मामले को लेकर पुलिस पर थप्पड़ लगवाने का आरोप लगाते हुए शव सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। भारी गहमागहमी के अधिकारियों ने दो पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर करते हुए मामले को शांत कराया है।
मिल रहे घटनाक्रम के मुताबिक लंका थाना क्षेत्र में सब्जी का ठेला लगाने वाले होमगार्ड शारदा प्रसाद सोनकर के बेटे विशाल सोनकर ने बुधवार को ठेले के पास से साइकिल पर सवार होकर निकल रही छात्रा पर कुछ अभद टिप्पणी कर दी थी। छात्रा ने साइकिल रोककर सब्जी विक्रेता की बात का विरोध किया। जिसके चलते दोनों के बीच सड़क पर ही कहासुनी और झगड़ा होने लगा। इसी दौरान लंका इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा, दरोगा लक्ष्मीकांत एवं सिपाही रंगपाल के साथ मौके पर पहुंच गए। छात्रा के साथ कहासुनी कर रहे सब्जी विक्रेता विशाल को सिपाही रंगपाल ने थप्पड़ जड़ दिया।
आरोप है कि इसके बाद छात्रा से भी तीन थप्पड़ मरवाएं गए। सरेआम पिटाई से आहत हुआ विशाल सीधा रविदास घाट पहुंचा और गंगा में छलांग लगा दी। एनडीआरएफ एवं जल पुलिस के गोताखोरों ने गंगा में कूदे सब्जी विक्रेता के शव को बरामद कर लिया। घटना के बाद इकट्ठा हुई भीड़ के साथ युवक के परिजनों और रिश्तेदारों ने घर के बाहर शव को रखकर हंगामा कर दिया। जिस समय भीड़ सब्जी विक्रेता के शव को लेकर थाने की तरफ जा रही थी तो पुलिस ने सभी को पंचकोशी मार्ग चौराहे पर रोक लिया। परिजन तहरीर लेकर इंस्पेक्टर दरोगा और सिपाही पर मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग कर रहे थे।
सूचना मिलते ही एसीपी धनंजय मिश्रा मौके पर पहुंचे और उन्होंने परिजनों से तहरीर लेकर मामला शांत करने का प्रयास किया, लेकिन परिवार के लोग कार्यवाही पर अड़े रहे। बाद में डीसीपी सूर्यकांत त्रिपाठी एवं एडीसीपी काशी नीतू ने मौके पर पहुंचकर हंगामा कर रहे लोगों से बातचीत की और दरोगा लक्ष्मी का तथा हेड कांस्टेबल रंगपाल को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर करने का आदेश जारी किया। अधिकारियों द्वारा दिए गए कार्यवाही के आश्वासन के बाद रात में पोस्टमार्टम कराया गया।