किस राज्य में आया तीन तलाक का पहला मामला
जहां पर हाई कोर्ट के एक वकील ने अपनी पत्नी को दरवाजे पर तीन तलाक कहकर वापस भेज दिया और इसके बाद दूसरी शादी भी कर ली।
शिमला। केंद्र सरकार ने मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) अधिनियम 2019 बनाकर कानून तो बना दिया, मगर कुछ लोगों को इस कानून का बिल्कुल भी भय नहीं है। ताजा मामला हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से आया है, जहां पर हाई कोर्ट के एक वकील ने अपनी पत्नी को दरवाजे पर ही तीन तलाक कहकर वापस भेज दिया और इसके बाद दूसरी शादी भी कर ली।
शगुफ्ता नाम की पीड़ित महिला ने अपने पति पर तीन तलाक का आरोप लगाते हुए पुलिस में मामला दर्ज कराया है।महिला ने पुलिस से जल्दी न्याय दिलाने के लिए आग्रह किया है।
पीड़ित महिला ने पुलिस को बताया कि 12 जनवरी को वह दिल्ली अपनी बहन के यहां से वापस अपने घर शिमला के भराड़ी लौटी थी। उसके पति ने दरवाजे पर ही पत्नी को तीन तलाक कहकर तलाकनामा पकड़ा दिया और वापस भेज दिया। महिला ने बताया कि उसके पति अयूब खान हाई कोर्ट में वकील है और काफी समय से वह उसे प्रताड़ित कर रहे थे। महिला अब दर बदर की ठोकरें खा रही है।
मीडिया से बातचीत में शिमला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीर ठाकुर ने बताया कि "मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण अधिनियम 2019 के तहत महिला द्वारा दी गई एफ आई आर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी ने कोर्ट से अंतरिम जमानत पहले ही ले ली है।पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।यह शिमला में ही नहीं अपितु हिमाचल प्रदेश राज्य में तीन तलाक का पहला मामला सामने आया है।"