पुलिसकर्मियों ने थाने में की सैनिक की जमकर पिटाई- फिर बैठाया निवस्त्र
पुलिसकर्मियों की वह की जांच करायेंगे और उनका इलाज कराने के साथ उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जायेगी।
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर के शिप्रा पथ थाने में सोमवार को पुलिसकर्मियों द्वारा एक सैनिक के साथ मारपीट एवं निवस्त्र करने का मामला सामने आया हैं। यह सैनिक किसी की सिफारिश लेकर थाने पहुंचा था लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ कर बुरी तरह पिटाई कर दी और उसे निवस्त्र करके बैठा दिया।
इस मामले का पता लगने पर थाने पहुंचे राज्य के उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह दुखद मामला उनके संज्ञान में आया हैं जहां एक सेवारत सैनिक जो कश्मीर में सेवारत हैं और वह जयपुर आता हैं उसे पकड़कर पुलिस के कुछ कर्मियों ने उसे निवस्त्र करके डंडों से पिटाई की और उसे निवस्त्र ही लोगों के बीच बैठाया। उन्होंने कहा कि मारपीट करने वाले पुलिसकर्मी यह दोहराते हैं कि पुलिस भारतीय सेना की बाप हैं, यह अत्यंत दुख की बात हैं और यह घिनौनी मानिसकता को दिखाता है, उन दो तीन व्यक्तियों की जिन्होंने यह काम किया।
कर्नल राठौड़ ने कहा कि मैं भी वर्दी में रहा हूं और राजस्थान पुलिस पर पूरा विश्वास है कि ऐसी घिनौनी मानसिकता वाले पुलिसकर्मियों की वह की जांच करायेंगे और उनका इलाज कराने के साथ उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जायेगी।
उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति समाज के लिए खतरा हैं जो ऐसी मानसिकता रखते हैं और वर्दी में भी हैं। उन्होंने कहा कि जो कानून की पालना कर रहा है उस पर वर्दी की धौंस दिखाना कायरता हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद हैं कि इस मामले में पुलिस सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी।
कर्नल राठौड़ ने कहा कि यह भी सरकार की जीरो टोलरेंस में आता हैं, चाहे पुलिस हो या दूसरा विभाग, कानून एवं संविधान से काम करना, यह जिम्मेदारी हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस को जो ताकत मिली है वह देश के संविधान और देश की सरकार ने दी हैं ।
कर्नल राठौड़ ने कहा कि इस सैनिक को पुलिसकर्मियों ने बुरी तरह मारा हैं और उन्होंने उसकी मेडिकल रिपोर्ट एवं तस्वीरें देखी है। उन्होंने कहा कि पांच पुलिसकर्मियों ने सैनिक को पकड़कर मारा और वह भी बिना कानून एवं बिना कारण के, पुलिस में कुछ लोग जो कानून तोड़ रहे हैं उन पर कार्रवाई होनी जरुरी हैं। उन्होंने पुलिस महानिदेशक एवं पुलिस आयुक्त से बात की हैं और उन्हें आश्वस्त किया गया हैं कि वे कार्रवाई करेंगे।
वार्ता