लिखित शिकायत के बावजूद नहीं की कार्यवाही-दारोगा सस्पेंड
कई बार पुलिस दफ्तर जाकर एसीपी और डीसीपी से की गई लिखित शिकायत के बावजूद आरोपी के खिलाफ कार्यवाही नहीं किए
कानपुर। कई बार पुलिस दफ्तर जाकर एसीपी और डीसीपी से की गई लिखित शिकायत के बावजूद आरोपी के खिलाफ कार्यवाही नहीं किए जाने को लेकर चर्चित अंजना मल्होत्रा हत्याकांड में चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया गया है।
दरअसल कानपुर के गुमटी कौशलपुरी निवासी महिला अंजना मल्होत्रा पिछले साल की 22 दिसंबर की रात अचानक से लापता हो गई थी। मायके वालों की ओर से उसके पति सुलभ के ऊपर अपनी बेटी की हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए नजीराबाद थाने में तहरीर दी गई थी। लेकिन आरोप है कि पुलिस की ओर से उनकी कोई सुनवाई नहीं की गई, बल्कि पीड़ित परिवार को ही उल्टे दारोगा की ओर से धमकियां दी जाने लगी थी। बाद में पनकी नहर में मिले महिला के एक शव को मृतका अंजलि मल्होत्रा की बहन बबली ने उसे अंजना का होने का दावा किया था। तब कहीं जाकर नजीराबाद थाने की पुलिस और अधिकारी हरकत में आए, जिसके चलते जांच शुरू की गई तो हत्याकांड का खुलासा हुआ। जांच के दौरान पता चला कि अंजना मल्होत्रा के पति क्रॉकरी कारोबारी सुलभ द्वारा उसकी हत्या कर दी गई थी। सुलभ की प्रेमिका किरण और उसके पिता रामदयाल एवं चचेरे भाई ऋषभ की सहायता से अंजना मल्होत्रा के शव को पांडु नदी के भीतर फेंक दिया गया था। इसमें सबसे पहले दारोगा जय प्रताप सिंह की लापरवाही उजागर हुई है। बताया जा रहा है कि यह दारोगा पीड़ित परिवार को ही उल्टे धमका रहा था बृहस्पतिवार की देर रात दरोगा को सस्पेंड कर दिया गया है।