छोटी सी बात पर दिन दहाड़े मर्डर- देरी से आने के विवाद में चाकू से गोदा
दुकान पर पहुंचने में हुई देरी को लेकर हुए विवाद में सहकर्मी ने अपने भाई और दो दोस्तों के साथ मिलकर दिनदहाड़े युवक के मर्डर की वारदात को अंजाम दे दिया
कानपुर। बर्तन बाजार में स्थित दुकान पर पहुंचने में हुई देरी को लेकर हुए विवाद में सहकर्मी ने अपने भाई और दो दोस्तों के साथ मिलकर दिनदहाड़े युवक के मर्डर की वारदात को अंजाम दे दिया। सूचना मिलते ही पुलिस हक्का-बक्का रह गई मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने दौड़ धूप करते हुए मर्डर के तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है।
कानपुर के हटिया स्थित बर्तन बाजार में पारस मल्होत्रा की न्यू मां शारदा पूजन भंडार नामक दुकान पर 15 दिन पहले नौकरी पर रखा गया शुक्लागंज उन्नाव का रहने वाला रामू सिंह देरी से दुकान पर पहुंचा था। उक्त दुकान पर 15 सालों से काम करने वाले उमाशंकर ने सीनियर होने के नाते उसे टोक दिया था।
इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहा सुनी हो गई। उमाशंकर ने रामू सिंह के गाल पर दो तमाचे जड़ दिए। इसी बात से झल्लाया रामू दोपहर के समय अपने बड़े भाई रवि सिंह उर्फ सोनू तथा उसके दबंग दोस्त आशीष वर्मा एवं सुमित को साथ लेकर दुकान पर पहुंचा। दुकान पर पहुंचते ही भीतर काम कर रहे उमाशंकर को चारों ने कालर पकड़कर दुकान से बाहर खींच लिया और गाली गलौज करते हुए कहा कि तेरे ऊपर बहुत गुंडागर्दी सवार है। नौकर होने के बावजूद यहां का खुद को मलिक समझ रहा है।
इसी बीच चारों ने इसकी लात घूसों से पिटाई करनी शुरू कर दी। इसी दौरान रामू ने जेब से चाकू निकालकर उमाशंकर के शरीर में घोंप दिया, जिससे वह लहू लुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा।
उमाशंकर को अधमरा करने के बाद चारों वहां से भाग निकले, लेकिन मार्केट में मची चीख पुकार की आवाज को सुनकर आसपास के लोगों ने मुख्य आरोपी रामू को दबोच लिया और पिटाई करने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया।
वारदात की जानकारी मिलते ही कई थानों की पुलिस को साथ लेकर मौके पर पहुंचे डीसीपी पूर्वी तेज स्वरूप सिंह ने आरोपी रामू को हिरासत में ले लिया। उमाशंकर को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। जहां से उसे हैलट के लिए चिकित्सकों ने रेफर कर दिया।
देर शाम उमा शंकर की हेलट में मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।