गंगनहर में गिरी कार में नहीं हुई थी शिक्षिका की मौत-ऐसे हुई थी हत्या
इस मामले को हादसे का रूप देने की कोशिश करने वाले विवाहित शिक्षिका के देवर को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है
मुजफ्फरनगर। चौधरी चरण सिंह गंग नहर कांवड़ पटरी मार्ग पर बुढाना अंडरपास के समीप गंग नहर के भीतर समाई कार के साथ गिरी शिक्षिका की मौत पानी में डूबने से नहीं हुई थी, बल्कि हत्या करने के बाद ही शिक्षिका के शव को कार में रखकर गंग नहर में गिराया गया था। पुलिस ने हत्या के इस मामले को हादसे का रूप देने की कोशिश करने वाले विवाहित शिक्षिका के देवर को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है।
बुधवार को जनपद मुजफ्फरनगर की थाना रतनपुरी पुलिस ने 7 मार्च को चौधरी चरण सिंह गंगनहर कांवड पटरी मार्ग पर बुढाना रोड अंडरपास के समीप गंग नहर में वैगन आर कार के साथ समाई शिक्षिका की मौत के मामले का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने बताया है कि 6 मार्च को दहेज की मांग को लेकर गंगनहर में समाई गुलबहार और और उसके पति बाबर हसन के बीच नोकझोंक हो गई थी। बाबर हसन मेरठ में चिकित्सा क्लिनिक खोलना चाहता था, लेकिन उसमें आर्थिक तंगी तंगी आड़े आ रही थी। इसके लिए गुलबहार के ऊपर दबाव बनाते हुए बाबर हसन ने शिक्षिका से 10 लाख रुपए और डस्टर कार की मांग कर रखी थी, लेकिन गुलबहार इसका विरोध कर रही थी। विवाद के दौरान गुलबहार ने अपने पति बाबर को थप्पड़ मार दिया था। इसी से आहत होकर बाबर द्वारा सोते समय तकिए से मुंह दबाकर गुलबहार की हत्या कर दी गई थी।
7 मार्च की सुबह शिक्षिका को स्कूल छोड़ने के बहाने कार को गंग नहर में डालकर उसकी हत्या को हादसा बनाने की योजना बनाई गई। इसी के चलते 7 मार्च को गुलबहार का देवर नावेद हसन पुरकाजी के गांव हरिनगर विद्यालय में छोड़ने का बहाना बनाकर अपनी भाभी गुलबहार के शव को कार में रखकर खतौली तक लाया था और उसे धक्का देकर गंग नहर में गिरा दिया था। पुलिस ने कार को गंग नहर में गिराकर हत्या को हादसा बताने वाले नावेद हसन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।