CDS के नाम पर होगी शहर की प्रमुख सड़क-प्रमुख चौराहे पर लगेगी प्रतिमा
जनरल रावत की प्रतिमा को शहर के किसी एक प्रमुख चौराहे पर स्थापित किए जाने का प्रस्ताव भी सदन में रखा
प्रयागराज। तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हवाई हादसे में शहीद हुए देश के प्रथम सीडीएस बिपिन रावत व अन्य शहीद सैनिकों की आत्मा की शांति के लिए प्रयागराज नगर निगम सदन की बैठक में मौन रखकर प्रार्थना की गई। इसके बाद सदन में कांग्रेस के नेता मुकुंद तिवारी की ओर से देश की तीनों सेना के प्रमुख रहे जनरल बिपिन रावत के नाम पर प्रयागराज की एक मुख्य सड़क का नामकरण किए जाने का लिखित प्रस्ताव दिया गया। साथ ही उन्होंने शहर के किसी प्रमुख चौराहे पर जनरल रावत की प्रतिमा लगाए जाने का प्रस्ताव भी रखा।
प्रयागराज नगर निगम सदन की बैठक महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी की अध्यक्षता में आरंभ हुई। बैठक में तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हवाई हादसे में शहीद हुए देश के प्रथम सीडीएस बिपिन रावत व अन्य शहीद सैनिकों की आत्मा की शांति के लिए मौन रखकर परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना की गई। इसके बाद सदन में कांग्रेस नेता मुकुंद तिवारी की ओर से लिखित प्रस्ताव दिया गया कि देश की तीनों सेना के प्रमुख रहे शहीद जनरल बिपिन रावत के नाम पर प्रयागराज की एक मुख्य सड़क का नामकरण किया जाए। उन्होंने जनरल रावत की प्रतिमा को शहर के किसी एक प्रमुख चौराहे पर स्थापित किए जाने का प्रस्ताव भी सदन में रखा। मिनी सदन में मौजूद सभी दलों के पार्षदों की ओर से उनके प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए उसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। सदन में पारित किए गए इस प्रस्ताव को अब क्रियान्वयन के लिए शासन को भेजा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इलाहाबाद किले में वर्ष 1801 से बंद अक्षय वट के दर्शन आम आदमी के लिए आसान कराने में सीडीएस जनरल बिपिन रावत की बड़ी भूमिका रही है। देश गुलाम होने के बाद अंग्रेजों की ओर से इस अक्षय वट तक लोगों के जाने का रास्ता बंद करा दिया गया था। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह था कि मोक्ष की प्राप्ति के लिए लोगों में अक्षय वट से कूदकर जान देने की प्रथा थी। वर्ष 2019 में जनरल बिपिन रावत की कड़ी मेहनत से यह कुंभ के दौरान आम लोगों के लिए खोला गया। कुंभ में आए तकरीबन 5 करोड़ लोगों ने इस अक्षय वट के दर्शन किए थे।