शोहदों का साहस- छेड़छाड़ के विरोध पर दारोगा को बेल्टों से पीट किया लहूलुहान
सिविल लाइन थाने में दारोगा ने तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग की है
मेरठ। मौसेरी बहन को कॉल करने से मना किए जाने पर शोहदों ने रायबरेली में तैनात दारोगा को जसवंत राय अस्पताल के गेट पर बेल्टों से हमला करते हुए बेरहमी के साथ पीटा और लहूलुहान कर वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर आराम के साथ भाग गए। सिविल लाइन थाने में दारोगा ने तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग की है।
दरअसल शामली निवासी विवेक देशपाल जो यूपी पुलिस में दरोगा के पद पर तैनात है और मौजूदा समय में उनकी नियुक्ति रायबरेली में है, उनकी पत्नी ने बेटी को जन्म दिया है जो जसवंत राय अस्पताल में भर्ती है। विवेक अपनी पत्नी और बेटी का उपचार कराने के लिए छुट्टी पर चल रहे हैं। एक युवक ने फोन करते हुए दारोगा को अस्पताल के गेट पर बुलाया और वहां पर पहुंचते ही उनके ऊपर बैल्टों से हमला बोल दिया काफी देर तक हुई पिटाई से दारोगा बुरी तरह से लहूलुहान हो गए। दारोगा विवेक देशवाल का कहना है कि जनपद मुजफ्फरनगर के शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव पीनना निवासी गौरव लाटियान उनकी मौसेरी बहन के मोबाइल पर कॉल कर उसे परेशान कर रहा था। दारोगा ने फोन पर गौरव लाटियान को अपनी मौसेरी बहन को कॉल करने से मना किया था। इसके बाद भी वह नहीं माना और इसी से क्षुब्ध होकर गौरव लाटियान ने विवेक देशवाल को फोन करके जसवंत राय अस्पताल के गेट पर बुलाया और उनके ऊपर हमला कर दिया। विवेक का कहना है कि गौरव ने उसे हमदर्द बनकर अस्पताल के गेट पर बुलाया था, हमले के समय गौरव के साथ तीन अन्य युवक भी थे जो वारदात के बाद कार में बैठकर फरार हो गए। खून से लथपथ हालत में सिविल लाइन पहुंचे दरोगा ने पुलिस को तहरीर दी। इंस्पेक्टर रमेश चंद्र का कहना है कि हमलावर भी दरोगा के रिश्तेदार ही है। दारोगा को मेडिकल कराने के लिए भेज दिया है।