रेलवे के निजीकरण की शुरुआत-14 स्टेशनों पर पूछताछ केंद्र निजी हाथों में

अब इन रेलवे स्टेशनों पर रेलवे की जगह ठेका कंपनी के कर्मचारियों की आवाज गूंजने लगी है।

Update: 2021-07-01 13:04 GMT

वाराणसी। पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के ए-1, ए, बी, सी और डी श्रेणी के स्टेशनों पर पूछताछ केंद्र अब निजी हाथों के हवाले कर दिए गए हैं। अब इन रेलवे स्टेशनों पर रेलवे की जगह ठेका कंपनी के कर्मचारियों की आवाज गूंजने लगी है।

रेलगाड़ियों के आने जाने की सूचना प्रसारण और प्लेटफार्म पर गाइडेंस सिस्टम की फीडिंग के कार्यों के बाद अब पूछताछ केंद्रों को भी निजी हाथों के सुपुर्द कर दिया गया है। ठेका कंपनी यात्रियों को ट्रेन के आवागमन की पूरी जानकारी उपलब्ध कराएगी। 1 जुलाई से नई व्यवस्था लागू करने से पहले रेलवे की ओर से निजी कंपनी के कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है। मंडल के कुछ स्टेशनों पर बुधवार को इसका ट्रायल भी लिया गया है। मंडुआडीह और वाराणसी सिटी स्टेशन समेत मंडल के सभी 14 स्टेशनों पर पूछताछ केंद्र की कमान अब पटना के वेबटेक इंटरनेशनल लिमिटेड को सौंपी गई है। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने कंपनी से 3 वर्षों का अनुबंध 1 जुलाई 2021 से 30 जून 2024 तक किया है। कंपनी के प्रतिनिधियों की निगरानी रेलवे के सक्षम अधिकारी करेंगे। पूछताछ केंद्र पर ड्यूटी पहले जिस प्रकार 3 शिफ्टों में लगाई जाती थी उसी प्रकार निजि कंपनी के कर्मचारियों की ड्यूटी भी तीन शिफ्टों में ही लगाई जाएगी। मंडुआडीह स्टेशन के प्रथम और द्वितीय प्रदेश द्वार के काउंटर पर 2-2 कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। वाराणसी सिटी स्टेशन पर 3 शिफ्टों में एक-एक कर्मचारी की ड्यूटी लगाई जाएगी। क्रीम कलर की पेंट और स्काई ब्लू रंग की शर्ट ड्रेस कोड निर्धारित की गई है।

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