कोरोना के बीच राहत प्रशासन ने की 400 बैड की व्यवस्था
जिला प्रशासन से सख्त कदम उठाते हुए अब ग्लोकल मेडिकल कालेज को फिर से कोविड-19 अस्पताल बनाने की कवायद शुरू कर दी है
सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में कोरोना के बढते प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन से सख्त कदम उठाते हुए अब ग्लोकल मेडिकल कालेज को फिर से कोविड-19 अस्पताल बनाने की कवायद शुरू कर दी है। कोरोना मरीजों के लिए अस्पताल में 400 बेड की व्यवस्था की जा रही है।
हर बेड पर आक्सीजन की व्यवस्था भी होगी। ताकि भर्ती होने वाले मरीजों को आक्सीजन की कमी ना पडे। कलेक्ट्रेट में डीएम अखिलेश सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बढते कारोना की चेन को हर हालत में रोकना है। राजकीय मेडिकल कोलज, फतेहपुर सीएचसी पहले से ही कोविड-19 अस्पताल है लेकिन अब जिस तरह से तेजी से कोरोना वायरस बढ रहा है। उससे अस्पताल बढाने की आवश्यकता है। जिसके चलते ग्लोकल मेडिकल कालेज को कोविड-19 अस्पताल बनाया जा रहा है।
इसबीच सहारनपुर में पिछले 24 घंटे के दौरान तीन डाक्टरों समेत 309 संक्रमित मिले है। अब कोरोना से मरने वालो का आंकडा 146 हो गया है जबकि एक्टिव केसों की संख्या 2185 हो गई है। सीएमओ डा. बीएस सोढी ने बताया कि कोरोना संक्रमितों में तीन डाक्टर भी शामिल है। दो राजकीय मेडिकल कालेज के है। जबकि एक महिला डाक्टर एसबीडी जिला अस्पताल की है। सभी ने अपनो को होम हाईसोलेट कर लिया है। 309 आए संक्रमितों में जिनमें कोरोना के गंभीर लक्षण मिले है । उन्हें केाविड-अस्पताल राजकीय मेडिकल कालेज और फतेहपुर सीएचसी में भर्ती कराया गया है। जिनमें हल्के लक्षण मिले है उन्हें होम आईसोलेट किया गया है।
दूसरी ओर गागलहेडी क्षेत्र में आक्सीजन सिलिंडर सप्लाई सेंटर होने के चलते अपनी अच्छी कार्यशैली के लिए जाने-जाने वाले वहां के थाना प्रभारी सत्येंद्र राय दिल्ली, एनसीआर तक लोगों के लिए आक्सीजन पहुंचाकर सराहनीय काम कर रहे है। सहारनपुर जनपद के थाना गागलहेडी में तैनात एसओ सत्येंद्र राय अब तक आधा दर्जन संक्रमित परिवारें को मदद पहुंचाने का काम कर चुके है। थानाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार राय का प्रयास है कि आक्सीजन की कमी के चलते किसी की भी जान न जाएं। सोशल मीडिया के माध्यम से भी उनके कई साथी उनसे आक्सीजन सिलेंडर के लिए मदद लेते रहे है। सतेंद्र राय कारोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच नोएडा में दो, दिल्ली में एक और गाजियाबाद में दो संक्रमित लोगों को आक्सीजन के सिलिंडर दिलाने में मदद कर चुके है।
वार्ता