तीन तलाक का विरोध कर किया धर्म परिवर्तन- रचाई हिंदू प्रेमी से शादी
हलाला जैसी धार्मिक कुरीतियों से तंग आकर मुस्लिम समुदाय की युवती ने धर्म परिवर्तन करते हुए लुबना से आरोही नाम रख लिया
बरेली। हिजाब, तीन तलाक और हलाला जैसी धार्मिक कुरीतियों से तंग आकर मुस्लिम समुदाय की युवती ने धर्म परिवर्तन करते हुए लुबना से आरोही नाम रख लिया और अपने प्रेमी के साथ मंदिर मे पहुंचकर ब्याह रचा लिया। इंटरमीडिएट की छात्रा की शादी से नाराज हुए परिवार के लोग अब उसकी और उसके दूल्हे की जान के पीछे पड़ गए हैं। परिजनों से परेशान हुई छात्रा ने अब वीडियो वायरल कर परिजनों से जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई है।
दरअसल बरेली के शहर कोतवाली थाना क्षेत्र की निवासी लुबना जब किशारावस्था में कदम रखते हुए बडी हुई तो वह मुस्लिम महिलाओं के साथ कभी हिजाब, कभी तीन तलाक और हलाला के माध्यम से होने वाले अत्याचार को लेकर खौफ में रहने लगी। डर के इस साये के दौरान उसकी मुलाकात घर के नजदीक रहने वाले युवक बॉबी के साथ हुई। जिसके चलते एक दो बार की मुलाकात के बाद दोनों के बीच दोस्ती हो गई और कुछ महीने के बाद ही यह दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई।
दूसरी तरफ मुस्लिम महिलाओं के साथ होने वाले मामलो को देखकर लुबना का मन हिंदू धर्म की ओर आकर्षित होने लगा। जहां ना तो हिजाब था और ना ही तीन तलाक तथा महिलाओं के साथ हलाला के नाम पर होने वाला अत्याचार। तकरीबन 4 साल तक उसका बॉबी के साथ प्रेम प्रसंग चला और जब लुबना पूरी तरह से बालिग हो गई तो उसने धर्म परिवर्तन कर बॉबी से शादी करने की इच्छा जताई।
हालांकि लुबना को इस बात का पता था कि उसके परिजन और धर्म के ठेकेदार उसकी शादी के बीच सबसे बड़ा रोड़ा बनेंगे तो वह 20 मई को अपने प्रेमी बॉबी के साथ घर से निकल गई और दोनों सीधे मंदिर पहुंच गये। जहां लुबना ने हिंदू रीति रिवाज के साथ मंत्रोच्चार के बीच धर्म परिवर्तन करते हुए अपना नाम आरोही रख लिया और बॉबी के साथ मंदिर के भीतर ही अग्नि के सात फेरे लेते हुए ब्याह रचा लिया।
लुबना आरोही बनी युवती का आरोप है कि दूसरे संप्रदाय के युवक से शादी करने से नाराज अब उसके परिजन उसके और उसके पति तथा धर्म परिवर्तन और हिंदू युवक के साथ उसकी शादी कराने वाले पंडित के पीछे पड़ गए हैं। लुबना से आरोही बनी युवती ने अब वीडियो वायरल कर अफसरों से गुहार लगाई है कि उसके साथ-साथ उसके प्रेमी व पंडित की जान को खतरा है इसलिए उनकी रक्षा की जाए।