प्रियंका का महंगाई के जरिए पीएम पर कटाक्ष- गेंहू चावल का सूखा खाई
सरकार हमको जो गेहूं और चावल कोरोना की राहत के नाम पर दे रही है, क्या उसे सूखा ही खाया जाएगा
लखनऊ। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने अच्छे दिन लाने का वादा कर सत्ता में आई भाजपा पर करारा प्रहार करते हुए कहा है कि सरकार कोरोना काल के चलते लोगों को मुफ्त अनाज और चावल देने का ढिंढोरा पीट रही है। लेकिन जिस तरह से सरसों के तेल, दाल और सब्जी आदि के दाम दिनों दिन बढ़ रहे हैं तो क्या सरकार से मिल रहे गेहूं और चावल को लोग सूखा ही खाएं।
बुधवार को अपने ट्विटर हैंडल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा से वापिस लौट रही महिलाओं की बातों का जिक्र करते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र की नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर करारा तंज कसते हुए कहा है कि दोनों ही सरकारों को देश में दिनोंदिन बढ़ रही महंगाई की चिंता नहीं है। उल्टे डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस के दामों में रोजाना बढ़ोतरी कर केंद्र और राज्य सरकार देश के लोगों को महंगाई की भट्टी में झौंक रही है। डीजल के दाम बढ़ने से माल के आवागमन का भाड़ा बढ़ रहा है। जिसका सीधा असर खाद्य पदार्थों के साथ अन्य सभी वस्तुओं पर पड़ रहा है।
अच्छे दिन की आस में महंगे दिन झेल रही महिलाएं भी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा से बाहर निकलने के बाद आपस में एक दूसरे से पूछती है कि सरकार हमको जो गेहूं और चावल कोरोना की राहत के नाम पर दे रही है, क्या उसे सूखा ही खाया जाएगा? क्योंकि देश में सरसों के तेल के दाम तकरीबन 200 रूपये प्रति लीटर पहुंच चुके हैं। दाले भी रोजाना महंगी हो रही है और बाजार में सब्जियां भी ऊंचाई पर जाकर बैठी हुई है। उन्होंने सरकार पर प्रहार करते हुए कहा है कि अच्छे दिन लाने में विफल रही सरकार ने लोगों को महंगे दिन थमा दिए हैं।