किसान आंदोलनः रो पड़ी महिला गायक, बोलीं- बेच दूंगी अपना घर

Update: 2021-01-29 16:34 GMT

नई दिल्ली। राकेश टिकैत के बाद अब पंजाबी महिला गायक भावुक हो गई और रो पड़ी। वह बोली 15 साल से मेहनत कर अपना घर बनाया है। किसान आंदोलन के लिए यदि वह घर भी बेचना पडे, तो बेच दूंगी, एक पल भी विचार नहीं करूंगी। उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत मेरे ही नहीं, वरन सभी किसानों के बेटे-बेटियों के बापू हैं। आज उन्हीं के कारण यह आंदोलन फिर से जिंदा हुआ है।

ज्ञातव्य है कि विगत दिवस राकेश टिकैत के भावुक होने के बाद धीरे-धीरे से थमने की ओर बढ़ रहे किसान आंदोलन को एक नई धार मिल गई थी। आज गाजीपुर बाॅर्डर पर आंदोलन के दौरान किसानों को समर्थन देने के लिए पंजाबी गायक रूपिन्द्र हांडा भी पहुंच गई। उन्होंने मंच से किसानों को सम्बोधित किया। उन्होंने राकेश टिकैत की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये हम सबके बापू हैं। पूरे भारत के किसानों के पुत्रों और पुत्रियों के ये बापू हैं। उन्हीं की वजह से आज आंदोलन ने फिर से धार पकड़ी है। पूरे भारत के किसान बापू के साथ हैं। हम अब जीतकर ही वापिस जायेंगे। जब तक सरकार हमारी मांगें नहीं मानेगी, तब तक आंदोलन समाप्त नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मैंने गायिकी में 15 साल दिन-रात मेहनत की है। बहुत मेहनत के बाद एक-एक पैसा जोड़कर बड़े ही शौक से अपना घर बनाया है। किसान आंदोलन के लिये यदि अपना घर भी बेचना पडे़, तो उसे बेच दूंगी, एक पल भी विचार नहीं करूंगी। यह कहते-कहते रूपिन्द्र हांडा रोने लगी। राकेश टिकैत ने उनके सिर पर हाथ रखकर उन्हें ढांढस बंधाया। रूपिन्द्र ने कहा कि भाईचारा हमारी ताकत है। जिसे जो करना है, वह कर ले, अब हम भाईचारे को समाप्त नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की मांगें माननी ही पड़ेंगी।

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