मौलाना और पुजारी ने गठबंधन कर देश के सामने पेश की यह मिसाल..
जब देश भर में लाउडस्पीकर पर अजान और हनुमान चालीसा पाठ को लेकर लोगों के बीच बहस छिड़ी हुई है
झांसी। देशभर में जब लाउडस्पीकर पर अजान और हनुमान चालीसा पाठ को लेकर आपस में बुरी तरह से बहस छिड़ी हुई है तो ऐसे हालातों के बीच मौलाना और पुजारी ने देश के सामने शांति और सद्भावना की बेहतरीन मिसाल पेश करते हुए अपनी मस्जिद और मंदिर पर लगे लाउडस्पीकर उतरवा दिए हैं।
दरअसल महानगर से एकदम सटे कस्बा बड़ागांव के गांधी नगर चौक पर श्री राम जानकी मंदिर स्थापित है। श्री राम जानकी मंदिर से थोड़ी ही दूरी पर मुस्लिम समाज के लोगों की मस्जिद बनी हुई है। मंदिर में जहां सुबह और शाम के वक्त आरती के समय लाउडस्पीकर बजता है तो वही मस्जिद के भीतर रोजाना पांच समय की अजान लाउडस्पीकर के माध्यम से दी जाती है। बताया जा रहा है कि पिछले कई दशकों से दोनों ही स्थानों पर यह परंपरा चली आ रही है।
इस बीच जब देश भर में लाउडस्पीकर पर अजान और हनुमान चालीसा पाठ को लेकर लोगों के बीच बहस छिड़ी हुई है। ऐसे हालातों में मंदिर और मस्जिद की समितियों में शामिल मंदिर के महंत श्याम मोहन दास और मस्जिद के मौलाना ताज मोहम्मद आलम ने अपने अपने कदम सदभावना की राह पर आगे बढ़ाते हुए एक राय होकर मंदिर और मस्जिद से लाउडस्पीकर हटा लिए हैं।
अब मंदिर और मस्जिद के भीतर बिना लाउडस्पीकर के ही नियमित रूप से रोजाना होने वाली धार्मिक प्रक्रिया शांति और सद्भाव के साथ संपूर्ण की जा रही है।