अपहृत दलित युवती का शव सपा नेता के खेत में दफन मिला-कोतवाल सस्पेंड
एक दलित युवती की मां की ओर से वर्ष 2021 की 8 दिसंबर को सदर कोतवाली में तहरीर देकर बताया गया था
लखनऊ। लगभग 1 माह पूर्व अपहृत की गई दलित युवती का शव सपा नेता के खेत के भीतर दफनाया हुआ मिलने से परिवारजनों में बुरी तरह से कोहराम मच गया है। बसपा प्रमुख द्वारा इस मामले को ट्विटर के माध्यम से उठाए जाने के बाद पुलिस अधीक्षक ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शहर कोतवाल को निलंबित कर दिया है। एडीजी जोन लखनऊ ने सीओ सिटी से इस मामले को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है।
दरअसल उन्नाव की रहने वाली एक दलित युवती की मां की ओर से वर्ष 2021 की 8 दिसंबर को सदर कोतवाली में तहरीर देकर बताया गया था कि उसकी बेटी पूजा का पूर्व सपा राज्य मंत्री फतेह बहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह ने अपहरण कर लिया है। पीड़िता की तहरीर पर अपहरण का मामला दर्ज करने के बाद पुलिस द्वारा सौंपी गई इस मुकदमे की जांच करने में सीओ कृपाशंकर ने तकरीबन 33 दिन लगा दिए। उन्होंने 11 जनवरी को इस मामले की विवेचना अपने हाथों में ली थी, उसके बाद से मां लगातार पुलिस अधीक्षक एवं सीओ के दफ्तर के चक्कर काटती रही, लेकिन उसकी कहीं भी कोई सुनवाई नहीं हुई। 24 जनवरी 2022 को बेटी के अपहरण से परेशान मां राजधानी लखनऊ पहुंचकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की गाड़ी के सामने जान देने के इरादे से कूद गई थी। बड़े स्तर पर मामला गरमाया तो सीओ ने आरोपी को आनन-फानन में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उधर पुलिस ने शव को बरामद करने के लिए 4 फरवरी को 8 घंटे की पेशिया रिमांड लेकर जब राजोल सिंह से पूछताछ की तो हरदोई के रहने वाले उसके 1 साथी का नाम इस मामले में प्रकाश में आया। पुलिस ने सूरज को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर पूर्व मंत्री के घर के पास में ही जमीन खुदवाकर शव को भीतर से बरामद किया है। इसके बाद पीड़िता मां ने सीओ के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले को लेकर एसपी दिनेश त्रिपाठी ने कोतवाल अखिलेश पांडे को निलंबित कर दिया है। उधर बताया जा रहा है कि एडीजी जोन लखनऊ ने सीओ से इस मामले को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है। उम्मीद की जा रही है सीओ पर भी इस मामले को लेकर कार्यवाही हो सकती है। शुक्रवार को युवती के शव का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा।
अब इस मामले को लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने ट्विटर पर कहा है कि उन्नाव जिले में सपा नेता के खेत में दलित युवती का दफनाया हुआ शव बरामद होना अति दुखद व गंभीर मामला है। परिवार वाले पहले से ही उसके अपहरण व हत्या को लेकर सपा नेता पर शक जता रहे थे। राज्य सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दोषियों के खिलाफ तुरंत सख्त कानूनी कार्यवाही करें।