लटकी गिरफ्तारी की तलवार तो बिना टेंडर शुरू हुआ सड़क मरम्मत का काम
फाल्गुन मास की कांवड़ यात्रा को लेकर बुलाई गई बैठक में जिलाधिकारी के तेवरों को देखकर अधिकारियों की सिट्टी पिट्टी गुम हो गई
बिजनौर। फाल्गुन मास की कांवड़ यात्रा को लेकर बुलाई गई बैठक में जिलाधिकारी के तेवरों को देखकर अधिकारियों की सिट्टी पिट्टी गुम हो गई। राष्ट्रीय राजमार्ग जो महीनों से मरम्मत की इंतजार कर रहा था और अधिकारी उसकी तरफ से पूरी तरह से आंख फेरे हुए थे वह गिरफ्तारी का अल्टीमेटम मिलते ही सड़क के गड्ढों को भरवाकर रास्ते को दुरुस्त कराने में जुट गए हैं। अफसरों की फुर्ती को देखकर अब उम्मीद की जा रही है कि सड़क की मरम्मत का काम एक-दो दिन में ही पूरा कर लिया जाएगा।
दरअसल बैराज रोड जनपद की उस मुख्य सड़क में शामिल है जो उत्तराखंड को उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब एवं हरियाणा से जोड़ती है। लेकिन पिछले काफी समय से यह सड़क पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। सड़क के भीतर कई स्थानों पर एक 1 फुट के गहरे गड्ढे हो चुके हैं। बदहाल सड़क पर आए दिन हादसे होना आम बात हो गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने पहले बरसात का बहाना बनाते हुए जर्जर हो चुकी सड़क की मरम्मत नहीं कराई थी और बाद में भी अफसर मामले को लटकाते रहे। एनएचएआई के अधिकारियों से परेशान होकर जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने फाल्गुन मास की कांवड़ यात्रा को लेकर बुलाई गई बैठक में एक बार फिर से कहा कि अगर किसी भी सड़क पर किसी राहगीर की गड्ढे की वजह से मौत हुई तो संबंधित विभाग के अधिकारी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। डीएम के हाथों गिरफ्तारी की तलवार लटकते ही कछुए की गति से किया जा रहा काम एकदम से तेजी पकड़ गया। एनएचएआई के अफसरों ने बिजली की तेजी से सड़क के गड्ढे भरवाने का काम शुरू करा दिया है। मुख्य बात यह है कि अभी इस सड़क के गड्ढे भरने के लिए टेंडर भी नहीं हुआ है। लेकिन जैसे ही जिलाधिकारी ने अपने तेवर दिखाए तो सड़क की मरम्मत होनी शुरू हो गई है।