शादी की सालगिरह से पहले ही पति पत्नी ने कर दिया टाटा बॉय बॉय
योग्य बेटे और बेटी के लिए योग्य जीवनसाथी की तलाश में बरसों बरस परेशान होते हुए इधर से उधर धक्के खाते फिरते रहते हैं
मेरठ। माता पिता शादी योग्य बेटे और बेटी के लिए योग्य जीवनसाथी की तलाश में बरसों बरस परेशान होते हुए इधर से उधर धक्के खाते फिरते रहते हैं। योग्य लड़का और लड़की मिलने पर तमाम रीति-रिवाजों के साथ किए जाने वाले शादी विवाह के समारोह में लाखों रुपए का खर्च कर दिया जाता है। लेकिन जीवन भर साथ निभाने की कसम खाने वाले अनेक जोड़े शादी की सालगिरह मनाने से पहले ही अलग हो रहे हैं।
दरअसल सरकार की ओर से पति पत्नी के झगड़े को निपटारे के लिए स्थापित किए गए परिवार परामर्श केंद्रों पर सप्ताह में दो बार काउंसलिंग की जाती है। परिवार परामर्श केंद्र पर प्रत्येक माह लगभग 450 मामले आते हैं। इनमें से अधिकांश मामले ऐसे होते हैं जिनमें युवक और युवती की शादी को 1 साल भी पूरा नहीं हुआ होता है और पति पत्नी के बीच तलाक की नौबत पहुंच जाती है। शादी होने के बाद लड़का और लड़की के विचार आपस में नहीं मिलने की वजह से परिवार टूट रहे हैं। इस तरह की समस्या किसी समाज या धर्म में नही बल्कि समाज के हर वर्ग के परिवार में देखने को मिल रही है। एक दूसरे के साथ नहीं रहने के लिए लड़का और लड़की के अपने-अपने तर्क होते हैं। लेकिन घर तर्को से नहीं बल्कि आपसी समझबूझ से ही बनते हैं। एक दूसरे को समझना और उसे कंट्रोल करना तथा अपनी ही बात को ऊपर रखने की वजह से शादी के कुछ महीने बाद ही नवविवाहित जोड़े कोर्ट कचहरी के चक्कर काटते हुए नजर आ रहे हैं और माता-पिता इस सब के बावजूद कुछ कर पाने में स्वयं को असहाय पा रहे हैं। दरअसल माना जा रहा है कि शादी की बात पक्की होते ही लड़का और लड़की के बीच फोन पर घंटों तक बात होना आजकल आम बात हो चली है। ऐसे हालातों में लड़की चाहती है कि उसके साथ शादी करने वाला लड़का उसकी सभी बात माने। शुरुआत में कुछ दिन तो ऐसा चलता रहता है। लेकिन शादी के बाद स्थिति बदलते ही दोनों में मनमुटाव इस कदर बढ़ जाते हैं कि वह एक दूसरे को फूटी आंख नहीं सुहाते हैं और एक दूसरे के साथ नहीं रहना चाहते हैं। यही कारण है कि शादी के कुछ माह बाद ही पति पत्नी के बीच तलाक की नौबत आ जाती है।