वैक्सीन लगवाओ चावल पाओ-यहां हिट हो रही है योजना-धडाधड लग रहे टीके
लोगों को वैक्सीन लगवाने से पीछे हटता हुआ देखकर अधिकारी ने एक स्कीम निकाली और वैक्सीन के बदले 20 किलो अनाज देने की घोषणा कर डाली।;
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण से बचाव की देसी वैक्सीन का निर्माण होने के बाद से ही हवा में उड़ रही बुराइयों के चलते लोग वैक्सीन लगवाने से हिचकिचा रहे हैं। लोगों को वैक्सीन लगवाने से पीछे हटता हुआ देखकर अधिकारी ने एक स्कीम निकाली और वैक्सीन के बदले 20 किलो अनाज देने की घोषणा कर डाली। अफसर के इस पैंतरे का यह असर हुआ कि कल तक ऐसे लोग जो कोरोना से बचाव की वैक्सीन लगवाने से डर रहे थे। अब वह तमाम शंकाए और आशंकाएं भुलाकर अस्पताल तक पहुंचने लगे और वैक्सीन लगवाकर 20 किलो चावल प्राप्त करने लगे।
अरुणाचल प्रदेश के लोअर सुबनसीरी जनपद के एक अधिकारी ने बताया है कि जिले के याजाली इलाके के सर्किल ऑफिसर तासी वांगचु थोंकडोक ने 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाने पर 20 किलो चावल देने की स्कीम शुरू की है। यह फैसला इसलिए लिया गया था कि ताकि लोग कोरोना का टीका लगवाने की बाबत हिचकाते हुए वैक्सीन से पीछे नहीं हटे। याजाली में 12000 की आबादी है जिनमें से 1399 लोगों की उम्र 45 वर्ष से अधिक है। इस स्कीम के लागू होने बाद इनमें से 84 फीसदी लोगों ने कोरोना से बचाव का टीका लगवा लिया है। अभी 209 लोग टीका लगवाने से बचे रह गए हैं। उम्मीद की जा रही है कि अगले दिनों के भीतर बाकी बचे लोग ेभी कोरोना टीका लगवा लेगें। दरअसल अथॉरिटीज की ओर से कई प्रयासों के बाद भी इस इलाके के लोगों ने टीका लगवाने में रुचि नहीं दिखाई थी। यहां तक कि हेल्थ वर्कर्स को उनके घर तक भी भेजा गया था। थोंगडोक ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से वैक्सीन की सप्लाई की जा चुकी थी, लेकिन ये लोग टीका लगवाने को तैयार नहीं थे। इसलिए हमने यह प्लान तैयार किया तकि लोग टीका लगवा सकें। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इसलिए टीका नहीं लगवाना चाहते थे क्योंकि वह कुछ दिनों के लिए शराब छोड़ने को तैयार नहीं थे। इसके अलावा कुछ लोग एक फर्जी वॉट्सऐप संदेश से डरे हुए थे, जिसमें यह कहा गया था कि टीके लगवाने वाले लोगों की दो साल में ही मौत हो जाएगी।