प्राधिकरण में भ्रष्टाचार-रिश्वतखोर दो कर्मचारी गिरफ्तार-किये सस्पेंड
सीलिंग की कार्यवाही के नाम पर पीड़ित से 5000 रुपए की रिश्वत मांगने वाले दो अनुचरों को एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।
मेरठ। भ्रष्टाचार की दलदल में बुरी तरह से फंस चुके मेरठ विकास प्राधिकरण में रिश्वतखोरी के मामले रुकने की बजाय लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सीलिंग की कार्यवाही के नाम पर पीड़ित से 5000 रुपए की रिश्वत मांगने वाले दो अनुचरों को एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। प्राधिकरण के वीसी ने दोनों कर्मचारी सस्पेंड कर दिए हैं।
सोमवार को मेरठ विकास प्राधिकरण में भ्रष्टाचार को लेकर की गई बड़ी कार्यवाही के अंतर्गत एक्शन लेने वाले प्राधिकरण उपाध्यक्ष अभिषेक पांडे ने रिश्वतखोरी के आरोप में दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। प्राधिकरण के वीसी ने एंटी करप्शन की टीम को बुलाकर खुद दोनों कर्मचारी उसके सुपुर्द कर दिए हैं। इसके अलावा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को सस्पेंड किए गए दोनों कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए चिट्ठी भेजकर सचिव को इस मामले की जांच सौंप दी है।
बताया जा रहा है कि लावड कस्बे में प्राधिकरण की ओर से आयोजित किए गए जनता दर्शन में स्थानीय लोगों द्वारा विकास प्राधिकरण के वाइस चांसलर से शिकायत की गई थी कि प्राधिकरण के कर्मचारी वेद प्रकाश एवं सुदेश अवैध निर्माण पर सीलिंग की कार्यवाही के नाम पर लोगों से वसूली कर रहे हैं और चार से 5000 रुपए बतौर रिश्वत ली जा रही हैं। आज प्राधिकरण उपाध्यक्ष अभिषेक पांडे ने दोनों आरोपियों को निलंबित करते हुए एंटी करप्शन इंस्पेक्टर दुर्गेश कुमार को बुलाकर दोनों आरोपी अपने कार्यालय से उठवा दिए।