BJP विधायकों के धरने का असर- भाजपा प्रत्याशी को दिया जीत का प्रमाणपत्र
आनन-फानन में वार्ड संख्या 10 से जीत का प्रमाणपत्र पा चुकी साधना देवी का प्रमाण पत्र निरस्त कर भाजपा प्रत्याशी गजेंद्र सिंह धनगर को दे दिया गया।
एटा। उत्तर प्रदेश के एटा जिला पंचायत चुनाव में मतगणना के दौरान हुई धांधली से आक्रोशित भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) विधायकों के जिला अधिकारी कार्यालय के सामने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठने के बाद प्रशासन बैक फुट पर आया और आनन-फानन में वार्ड संख्या 10 से जीत का प्रमाणपत्र पा चुकी साधना देवी का प्रमाण पत्र निरस्त कर भाजपा प्रत्याशी गजेंद्र सिंह धनगर को दे दिया गया।
जिला पंचायत चुनाव की मतगणना में धांधली का आरोप लगाते दुबारा मतगणना कराने की मांग को लेकर जिला प्रशासन के खिलाफ कल शाम भाजपा के पांच विधायक सैकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ जिला अधिकारी डॉ0 विभा चहल के कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गये थे। इस धरने का बड़ा असर हुआ और धांधली के तहत वार्ड नंबर 10 से जीत का प्रमाण पत्र प्राप्त कर चुकी समाजवादी पार्टी (सपा) प्रत्याशी साधना देवी का प्रमाण पत्र कल मध्यरात्रि निरस्त कर भाजपा प्रत्याशी गजेंद्र सिंह धनगर को जीत का प्रमाण पत्र दे दिया ।
इस मुद्दे पर बात करते हुए एटा से भाजपा सांसद राजवीर सिंह ने कहा कि इस के अतिरिक्त वार्ड संख्या 16 पर भी धांधली हुई है। उन्होंने कहा कि वे इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ आज ही कारवाही करवाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी जिला अधिकारी डॉ0 विभा चहल से बात चल रही है और इस पूरे मामले की जांच करवा कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि मतगणना में धांधली का आरोप लगाते हुए कल रात भाजपा के पांच विधायक धर्मवीर प्रजापति, वीरेंद्र लोधी, संजीव दिवाकर और सत्यपाल सिंह राठौर, टूंडला से विधायक प्रेमपाल धनगर के अलावा पार्टी जिला अध्यक्ष संदीप जैन,पूर्व एमएलसी प्रत्येन्द्र पाल ने जिला अधिकारी कार्यालय के सामने धरना दिया था।
जिला पंचायत सदस्य के वार्ड नंबर 10 से सपा प्रत्याशी साधना देवी को 348 मतों से विजयी घोषित कर प्रमाण पत्र दे दिया गया था। दो दिन बाद कल रात भाजपा विधायकों ने जबकि जिला अधिकारी कार्यालय के सामने धरना दिया तो भाजपा प्रत्याशी गजेंद्र धनगर को 998 मतों से जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया।
इस बीच जिला प्रशासन का कहना है कि टेबुलेशन में भूल होने के कारण ये गड़बड़ी हो गयी थी जिसे सुधारते हुए साधना देवी को पूर्व में दिया गया जीत का प्रमाण पत्र निरस्त कर उसे भाजपा के विजयी प्रत्याशी गजेंद्र धनगर को दिया गया है। इस पूरे मामले में आरओ राम हरि के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात कही है।
वार्ता