फूलन देवी के अपहरण में शामिल 50 हजारी डकैत इतने दिनों बाद गिरफ्तार
फूलन देवी का अपहरण करने में शामिल रहे 50000 रूपये के इनामी डकैत को 24 साल बाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है
औरैया। फूलन देवी का अपहरण करने में शामिल रहे 50000 रूपये के इनामी डकैत को 24 साल बाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। फूलन देवी के अपहरण के बाद से फरार चल रहा डकैत मध्य प्रदेश के सतना में साधु बनकर रह रहा था।
रविवार को वर्ष 1981 में हुए बहमई कांड के पहले दस्यु सुंदरी फूलन देवी का अपहरण करने के मामले में शामिल 50000 रूपये के इनामी डकैत छिददा सिंह को औरैया पुलिस द्वारा घर आने पर पकड़ लिया गया है। 69 वर्षीय डकैत उत्तर प्रदेश से फरार होने के बाद मध्यप्रदेश के सतना में साधु बनकर रह रहा था। बीमार होने पर छिददा सिंह को जब अपने परिवार की याद आई तो वह मध्यप्रदेश के सतना से चलकर औरैया अपने घर पर आया था। किसी ने 50 हजार के इनामी रहे डकैत के घर आने की सूचना पुलिस को दे दी। जिसके चलते सक्रिय हुई पुलिस ने छापामार कार्यवाही करते हुए आज छिददा सिंह को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया नामचीन डकैत लालाराम के गिरोह का मुख्य सदस्य था और वह लालाराम के लिए किडनैपिंग के काम को एक उद्योग के रूप में चलाता था। फूलन देवी का अपहरण करने के अलावा डकैती की वारदात को अंजाम देने वाला छिददा सिंह गिरफ्तारी के पहले तक मध्यप्रदेश के सतना में साधु के तौर पर बृजमोहन दास महाराज के नाम से रह रहा था। वहां पर छिददा सिंह अपने नये नाम और पते के आधार पर अपने आधार कार्ड और पैन कार्ड बनवा लिए थे।