विधाता का विधान- चोर को दी मौत की सजा

सामान्य तौर पर कहा जाता है इंसान की जिंदगी की सांसे परमात्मा द्वारा निर्धारित की जाती है और उसकी मौत का समय, दिन, दिनांक और तिथि भी उसी परमात्मा द्वारा मुकर्रर की गई है

Update: 2021-03-04 09:34 GMT

पटना। सामान्य तौर पर कहा जाता है इंसान की जिंदगी की सांसे परमात्मा द्वारा निर्धारित की जाती है और उसकी मौत का समय, दिन, दिनांक और तिथि भी उसी परमात्मा द्वारा मुकर्रर की गई है। इंसान की जिंदगी की सांसे जब पूरी हो जाती है तो मौत उसे वहीं पर खींच कर ले जाती है जहां परमात्मा ने निर्धारित की हुई होती है। एक व्यक्ति को मौत चोरी करने के बहाने बुलाकर ले गई, जहां चलते समय उसका नियंत्रण बिगड़ गया और वह सिर के बल जमीन पर आ गिरा, जहां उसके प्राण पखेरू उड़ गए।

दरअसल बिहार के फतुहा में चोरी करने गए एक चोर की मौत ने लोगों को पूरी तरह से चौंका कर रख दिया है। चोर की मौत के बाद लोग कह रहे हैं कि विधाता ने उसे उसकी करनी की सजा दी है। आमतौर पर चोरों की पुलिस के साथ आंख मिचैली चलती रहती है। इसमें पुलिस चोरों पर भारी भी पड़ती है और देर-सबेर उन्हें गिरफ्तार करके जेल भी भेज देती है। परंतु एक चोर की सजा विधाता ने मुकर्रर की और वह भी सजा-ए-मौत.......     

बिहार के थाना फतुहा क्षेत्र के गोविंदपुर इलाके में एक ऐसा नजारा देखने को मिला है जो विधाता का इंसाफ कहां जा रहा है। बृहस्पतिवार की सवेरे लगभग 4.00 बजे चोरी करने की नियत से एक चोर मकान में घुसा। छत के रास्ते होते हुए जा रहे चोर का संतुलन बिगड़ गया और वह अनियंत्रित होकर छत से नीचे गिर गया। विधाता की करनी ऐसी हुई की चोर सिर के बल जमीन पर गिरा, जिसके कारण घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने चोर के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस जांच पड़ताल कर चोर का नाम और पता लगाने की कोशिशों में जुटी हुई है।

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