वकीलों ने तहसील प्रशासन पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
अधिवक्ता बार संघ ने तहसील प्रशासन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
देवरिया। उत्तर प्रदेश में देवरिया के रूद्रपुर अधिवक्ता बार संघ ने मंगलवार को तहसील प्रशासन पर लूटखसोट, अनियमितता और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए राजस्व परिषद के अध्यक्ष, गोरखपुर के मंडलायुक्त तथा जिलाधिकारी को शिकायती-पत्र भेजा है।
रूद्रपुर तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्या नन्द पाण्डेय ने तहसील प्रशासन पर लूटखसोट, अनियमितता व भ्र्ष्टाचार का आरोप लगाते हुए इस संदर्भ में एक 15 बिन्दुओं का शिकायती-पत्र भेजकर कार्यवाही करने की मांग किया है। उन्होंने बताया कि रुद्रपुर तहसील में भ्रष्टाचार चरम पर है । अधिकारियों के मनमानीपूर्ण रवैये से आम जनता के साथ-साथ अधिवक्ता भी काफी त्रस्त हैं। रुद्रपुर तहसील क्षेत्र के गांव की खतौनी में तमाम अशुद्धियां हैं । रजिस्टर मालिकान व कंप्यूटर खतौनी में आदेशों के अंकन के समय जानबूझकर गलतियां की जाती हैं तथा कराई जाती हैं ताकि बाद में उनको शुद्ध कराने के नाम पर जनता का शोषण किया जा सके।
शिकायती पत्र में आरोप लगाते हुए कहा गया है कि उप जिलाधिकारी रूद्रपुर के न्यायालय में पेशी के दौरान उप जिलाधिकारी संजीव कुमार उपाध्याय द्वारा पुकार के दौरान पत्रावली प्रस्तुत होने पर आदेश पत्र पर स्वयं द्वारा कार्रवाई लिखने के बजाय एक सादे पन्ने पर नोट करते हैं और कोर्ट की कार्रवाई समाप्त होने के बाद पीठासीन अधिकारी व पेशकार मिलकर तय करते हैं कि किस पत्रावली में क्या आर्डर शीट लिखना है और किस पत्रावली में क्या आदेश करना है।जो यह न्यायिक प्रक्रिया में सरासर गलत है और भ्रष्टाचार का द्योतक है।
अधिवक्ता संघ ने आरोप लगाया कि उप जिला अधिकारी रुद्रपुर संजीव उपाध्याय एवं तहसीलदार बंसराजराम द्वारा न्यायालय में बैठने पर केवल कुछ चुनिंदा पत्रावलियों को ही देखी जाती हैं और उन चुनिंदा पत्रावलीओं में सेटिंग के हिसाब से आदेश पारित किया जाता है।
बार संघ के अध्यक्ष सत्यानंद पांडेय तथा महामंत्री धीरज कुमार सिंह ने कहा है कि अगर 31 जुलाई तक सभी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तथा दोषियों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही नहीं की गई तो सभी अधिवक्ता कार्य का बहिष्कार करते हुए धरना प्रदर्शन तथा आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
वार्ता