परिवहन व्यवस्था का अभाव- पिता की पीठ पर परीक्षा देने पहुंचा दिव्यांग

जनपद भर के हजारों छात्र-छात्राएं जिले में बनाए गए विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर अपना पेपर देने के लिए पहुंचे।

Update: 2023-02-16 09:50 GMT

शामली। केंद्र की नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से देश और प्रदेश को डबल इंजन की सरकार के जरिए विकास की बुलंदियों पर पहुंचाने की दुहाई दी जा रही है, लेकिन आजादी के तकरीबन 75 वर्षों बाद भी जब गांव तक आने-जाने की सुविधा नहीं पहुंच पाई तो पिता अपने दिव्यांग बेटे को पीठ पर बैठाकर परीक्षा केंद्र तक परीक्षा दिलाने के लिए पहुंचा।

बृहस्पतिवार से शुरू हुई माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में शामिल होने के लिए आज जनपद भर के हजारों छात्र-छात्राएं जिले में बनाए गए विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर अपना पेपर देने के लिए पहुंचे।


जनपद के मस्तगढ़ में रहने वाले राकेश के बेटे का परीक्षा सेंटर शामली के सिटी इंटर कॉलेज में बना है, बृहस्पतिवार को राकेश अपने बेटे को पीठ पर लादकर जब परीक्षा केंद्र पर पेपर दिलाने के लिए पहुंचा तो उसे देखकर हर कोई हाथ पर रह गया। राकेश से जब बेटे को पीठ पर लादकर परीक्षा केंद्र तक आने का कारण पूछा गया तो उसने तपाक से जवाब दिया कि उसके गांव में सरकारी या गैर सरकारी परिवहन व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। इसलिए वह अपने बेटे को यहां तक अपनी पीठ पर बैठाकर लाया है। अब कंधे पर बेटे को बिठाकर वह परीक्षा कक्ष में छोड़ने के लिए जा रहा है।

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