जैन एकता मंच की बैठक सम्पन्न - कई मुद्दों पर हुई चर्चा

मेरठ में जैन एकता मंच की एक अति आवश्यक बैठक प्रदेश महामंत्री राकेश कुमार जैन के आवास पर आहूत की गयी।

Update: 2022-12-11 06:49 GMT

मेरठ। दिनाँक 10 दिसम्बर 2022 की शाम मेरठ में जैन एकता मंच की एक अति आवश्यक बैठक प्रदेश महामंत्री राकेश कुमार जैन के आवास पर आहूत की गयी। बैठक का मुख्य मुद्दा संगठन के विस्तार व जैन धर्म के हितों की उपेक्षा के विरुद्ध रहा। बैठक की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश अध्यक्ष जनेश्वर जैन व संचालन राकेश जैन डी. एल.एफ. ने किया। मुख्य अतिथि के तौर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश जैन, राष्ट्रीय महामंत्री प्रमोद जैन, राष्ट्रीय चेयरमैन "संगठन" नरेंद्र जैन राजकमल,राष्ट्रीय अध्यक्ष"युवा शाखा"गौरव जैन भी मौजूद रहे।

बैठक मे मौजूद पदाधिकारीगण ने अनेको मुद्दों पर विचार रखे व मंथन किया गया। जिसमें मुख्य रूप से संगठन विस्तार व सरकार द्वारा जैन तीर्थो को लेकर लिये गये अनाप-शनाप निर्णयों के विरुद्ध व तीर्थो की सुरक्षा को लेकर विचार-विमर्श हुआ वक्ताओं ने अपनी अपनी बात रखते हुए संगठन में नोजवानो की भूमिका,राजनीति में जैन समाज की भूमिका,जनगणना के प्रति सजग रहने व शीघ्र ही प्रांतीय व राष्ट्रीय सम्मेलन को लेकर भी विचार रखे।

 

बैठक में एक मत से निर्णय लिया गया कि लोकतंत्र में संख्या बल से ही ताक़त है व अनुमानित तौर से देश में जैन समाज चार करोड़ से अधिक है व आने वाले समय में होने वाली जनगणना में हमे यह बात साबित करनी होगी व तत्कालीन झारखंड व केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा जैन तीर्थ शिखरजी को पर्यटक क्षेत्र घोषित किये जाने लेकर भी वक्ताओं ने अपने विरोध के स्वर बुलन्द किये व निर्णय लिया गया। सभी ने कहा कि जैन समाज के समक्ष आज तीर्थो को बचाना एक बड़ा मुद्दा बन गया है। हमारे सामने गुजरात में जूनागढ़ के जैन तीर्थ गिरनार का मामला भी एक बड़ा उदाहरण है। जैन समाज अगर यहीं नही जागा तो वो दिन दूर नही जब हमारे आस्था क्षेत्रो को असामाजिक तत्व कब्जा कर लेंगें अथवा सरकारे अपने व्यापारी मित्रो को लाभ पहुचाने के लिये उन्हें सैर सपाटे का केंद्र बना देंगी। जैन एकता मंच इसके विरुद्ध आज से ही आंदोलन का बिगुल फूंकते हुए इस आंदोलन को गांधीवादिवादी तथा लोकतांत्रिक तरीके से आगे बढ़ाने का कार्य करेगा व जैन तीर्थो , सन्तो व धर्म की रक्षा सुनिश्चित हो जाने तक चैन से नही बैठेगा।

 

बैठक में पिछले दिनों विदेश से लायी गयी 133 मूर्तियों में से 33 जैन मूर्तियां जो जैन धर्म से सम्बंध रखती हैं, उन्हें जैनो को सौंपे जाने की मांग भी उठायी गयी। बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश जैन ने कहा कि सभी के विचार सुन कर विश्वास हो गया है कि अब जैन समाज अपने हितों को लेकर जागरूक हो रहा है व समस्त मुद्दों पर मंथन करते हुए आगे निर्णय लिये जाएंगे। राष्ट्रीय महामंत्री प्रमोद जैन व राष्ट्रीय चेयरमैन संगठन नरेंद्र जैन "राजकमल" ने संयुक्त रूप से कहा कि अब जैन धर्म को जागरूक व संगठित होने की आवश्यकता है तथा "सम्पर्क व संवाद" के मंत्र को अपनाते हुए हम आगे बढ़ेंगे।

राष्ट्रीय अध्यक्ष "युवा शाखा" गौरव जैन ने कहा कि संगठन में युवाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है व अधिकतर प्रदेशों में युवा शाखा का संगठन तेजी से आगे बढ़ रहा । गौरव जैन ने यह भी कहा कि हम सभी एकजुट हो गांधीवादी रास्तो को अपनाते हुए इस आंदोलन के रास्ते पर आगे बढ़ेंगे। बैठक को राकेश जैन डी. एल.एफ.,राकेश जैन खेकड़ा,रमेश चंद जैन खेकड़ा, प्रमोद जैन डी. एल.एफ.,नितिन जैन, एम.एस. जैन मेरठ,प्रदीप जैन ग़ाज़ियाबाद,प्रदीप जैन सन्मति,सुनील जैन प्रवक्ता,प्रमोद जैन एड.,राकेश जैन मेरठ,आलोक जैन जिलाध्यक्ष मेरठ आदि ने भी संबोधित किया।

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