जिसका रस अनंतकाल से बना है वही बनारस है- उप राज्यपाल मनोज सिन्हा
बनारस अस्तित्व की पगध्वनि है जहाँ सुरों को साधने का अर्थ स्वयं को साधते हुये देखना है।'
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने यहां कहा कि प्राचीन काल से 21वीं सदी तक की यात्रा में दुनियां में कोई भी शहर अपने मूल स्वरुप को यथावत रख पाया है तो वह केवल बनारस है।
राजधानी दिल्ली में गिरिजा दर्शन ट्रस्ट द्वारा गुरुवार को आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम 'बूंदन फुहार' में मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित श्री सिन्हा ने कहा कि जिसका रस अनंतकाल से बना हुआ है वही बनारस है।
बूंदन फुहार कार्यक्रम का आयोजन मानसून में बनारस घराने की संगीत को जीवंत बनाने के लिए किया गया। इस कार्यक्रम को संगीतमय करने के लिये बनारस घराने की प्रसिद्ध गायिका विदुषी सुनंदा शर्मा, तबला वादक पंडित मिथिलेश कुमार झा, हारमोनियम वादक पंडित विनय मिश्रा शामिल हुये। सिन्हा ने कहा, 'सही मायने में देखा जाए तो बनारस एक शब्द नहीं बल्कि भाव है, बनारस मुखर भी है और मौन भी, वह सतह भी है और वह पारित भी है।
बनारस अस्तित्व की पगध्वनि है जहाँ सुरों को साधने का अर्थ स्वयं को साधते हुये देखना है।' उन्होंने कहा, 'बनारस घराने के संगीतकारों ने न केवल बनारस का नाम रौशन किया है बल्कि विश्व पटल पर हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत को स्थापित किया है।' संगीत की पीढ़ियों से चली आ रही परंपरा में प्रशिक्षित गायिका सुनंदा शर्मा ने अपनी सुरमयी आवाज में प्रस्तुति दी।