फारूक की अवैध डेयरी पर चला सेना का बुलडोजर- बाहर खड़े किए पशु
केंट बोर्ड के अफसरों ने कर्मचारियों की सहायता से डेयरी में बंधे पशु बुलडोजर पहले ही निकालकर बाहर खड़े कर दिए थे।
मेरठ। बाकायदा मुनादी कराकर कैंट बोर्ड द्वारा दिए गए अल्टीमेटम के बाद भी जब रक्षा मंत्रालय की जमीन पर अवैध रूप से बनी डेयरी खाली नहीं की गई तो छावनी परिषद के अफसरों ने बुलडोजर की सहायता से अवैध डेयरी को ध्वस्त करते हुए वहां पर समतलीकरण कर दिया है।
बृहस्पतिवार को छावनी परिषद की ओर से सदर थाना क्षेत्र के धर्मपुरी में की गई एक बड़ी कार्यवाही के अंतर्गत रक्षा मंत्रालय की जमीन पर कब्जा करते हुए अवैध रूप से बनाई गई मोहम्मद फारूक की डेयरी को बुलडोजर की सहायता से जमीदोंज कर दिया गया है।
रक्षा मंत्रालय की जमीन पर किए गए कब्जे को हटाने को लेकर कैंट बोर्ड ने मंगलवार को बाकायदा मुनादी कराते हुए मोहम्मद फारूक को चेतावनी दे दी थी। मुनादी के माध्यम से दिये गये अल्टीमैटम में कहा गया था कि 24 घंटे के भीतर यदि अवैध डेयरी को नहीं हटाया जाता है तो कैंट बोर्ड पुलिस फोर्स की सहायता से जमीन को खाली कराएगा।
केंट बोर्ड के अफसरों के मुताबिक छावनी परिषद द्वारा एक महीना पहले यानी 16 सितंबर को रक्षा मंत्रालय की जमीन पर कब्जा करते हुए डेयरी का संचालन कर रहे मोहम्मद फारुक पुत्र इस्माइल को एक नोटिस जारी किया गया था। जिसमें बताया गया था कि भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय की इस भूमि को एक हफ्ते के अंदर खाली करते हुए अपने पशुओं को किसी अन्य स्थान पर ले जाएं।
बृहस्पतिवार तक भी जब उक्त जमीन खाली नहीं की गई तो कैंट बोर्ड के अफसर पुलिस को साथ लेकर मौके पर पहुंचे और जमीन पर बुलडोजर चलवाते हुए उसका समतलीकरण करा दिया।केंट बोर्ड के अफसरों ने कर्मचारियों की सहायता से डेयरी में बंधे पशु बुलडोजर पहले ही निकालकर बाहर खड़े कर दिए थे।