वापिस नहीं ली जाएगी अग्निपथ योजना, उपद्रवी नहीं बन सकेंगे अग्निवीर
रक्षा मंत्रालय की ओर से आयोजित की गई प्रेस वार्ता में इस बात को पूरी तरह से साफ कर दिया गया है
नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से देश की तीनों सेनाओं में युवाओं की भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना के खिलाफ देश के कई हिस्सों में चल रहे उग्र विरोध प्रदर्शन के बीच रक्षा मंत्रालय की ओर से आयोजित की गई प्रेस वार्ता में इस बात को पूरी तरह से साफ कर दिया गया है कि अग्निपथ योजना को वापस नहीं लिया जाएगा और सभी भर्तियां अब इसी योजना के मुताबिक पूरी की जाएगी। 25000 अग्निवीरों का पहला बैच दिसंबर में सेना के भीतर जॉइनिंग कर लेगा।
रविवार को राजधानी दिल्ली में रक्षा मंत्रालय की ओर से बुलाई गई प्रेसवार्ता में लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा है कि केंद्र की तीनों सेनाओं में नौकरी की नई योजना अग्निपथ के विरोध में कोचिंग इंस्टीट्यूट चलाने वाले लोगों ने छात्रों को भड़काकर देश भर में प्रदर्शन कराया है। उन्होंने कहा है कि अग्निवीर बनने वाला अभ्यर्थी इस बात का शपथ पत्र देगा कि उसने कोई प्रदर्शन नहीं किया है और उपद्रवियों के साथ शामिल होकर कहीं भी तोड़फोड़ नहीं की है।
उन्होंने कहा है कि बगैर पुलिस वेरिफिकेशन के सेना में किसी को भी शामिल नहीं किया जाएगा। लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा है कि युवा फिजिकली तौर पर तैयार हो जाएं ताकि वह हमारे साथ जुड़कर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें। हमने इस योजना को लेकर हाल में हुई हिंसा का अनुमान नहीं लगाया था, सशस्त्र बलों के भीतर अनुशासनहीन लोगों के लिए कोई जगह नहीं है। सभी अभ्यर्थियों को यह बात लिखित तौर पर देनी होगी कि वह किसी भी तरह की आगजनी और हिंसा आदि की घटनाओं में शामिल नहीं हुए थे।