मुठभेड़ में मारे गए थे युवक, दोषी अधिकारियों का हो सकता है कोर्ट मार्शल

लेफ्टिनेंट जनरल राजू ने बाना सिंह परेड ग्राउंड में पासिंग आउट परेड के बाद कहा कि शुरुआती 'कोर्ट ऑफ इनक्वायरी' से पता चलता है।

Update: 2020-10-10 14:54 GMT

श्रीनगर। चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बी एस राजू ने शनिवार को कहा कि शोपियां मुठभेड़ मामले में पर्याप्त सुबूत एकत्र हो जाने के बाद सेना के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट मार्शल की कार्रवाई शुरू की जा सकती है।

लेफ्टिनेंट जनरल राजू ने यहां बाना सिंह परेड ग्राउंड में आयोजित एक पासिंग आउट परेड के बाद पत्रकारों से कहा कि शुरुआती 'कोर्ट ऑफ इनक्वायरी' से पता चलता है कि शोपियां मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने कुछ गलतियां की हैं। इसके बारे में पहले ही जानकारी साझा की जा चुकी है।

उन्होंने कहा कि सेना ने 18 जुलाई को शाेपियां के अमशीपोरा में एक मुठभेड़ के दौरान मारे गए तीन युवकों के मामले की जांच शुरू कर दी है। सेना ने दावा किया था कि इस मुठभेड़ में मारे गए तीन युवक आतंकवादी हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस मामले में जल्द ही सुबूत एकत्र कर लिए जायेंगे जिसके बाद संभवत: कोर्ट मार्शल की कार्रवाई शुरू की जा सकती है।

राजौरी के तीन परिवारों का कहना है कि शोपियां मुठभेड़ में मारे गए तीन युवक आतंकवादी नहीं बल्कि उनके बेटे थे और वह 17 जुलाई को काम के सिलसिले में शोपियां गए थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है जबकि जिला प्रशासन ने इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं।

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मुठभेड़ में मारे गए तीनों युवकों के परिवारों से मिलकर उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।

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