गोवंश मौत मामला-पूर्व बीजेपी एमएलए का भाई ग्राम प्रधान गिरफ्तार
61 गाय की मौत के मामले में पुलिस ने आरोपी बताए जा रहे पूर्व BJP विधायक के ग्राम प्रधान भाई को भागदौड़ कर गिरफ्तार किया।
अमरोहा। गौशाला के भीतर विषैला चारा खाने के बाद हुई 61 गाय की मौत के मामले में पुलिस ने आरोपी बताए जा रहे पूर्व भाजपा विधायक के ग्राम प्रधान भाई को भागदौड़ कर गिरफ्तार कर लिया है। न्यायालय में पेश किए गए ग्राम प्रधान को जेल भेज दिया गया है। गोवंश की मौत मामले में पुलिस पहले ही ग्राम पंचायत सचिव को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। 25 हजार रूपये का ईनामी चारा ठेकेदार अभी तक पुलिस के हत्थे नही चढ सका है।
दरअसल उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद की सांथलपुर गौशाला में जब विषैला चारा खाने के बाद 61 गाय की मौत हो जाने का मामला सामने आया था तो गोवंश की मौत को लेकर राजधानी लखनऊ तक हड़कंप मच गया था। मामला सरकार तक पहुंच जाने के बाद सक्रिय हुए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने गोवंश की इस मौत के मामले में जब जांच पड़ताल शुरू की तो ग्राम प्रधान जो गौशाला समिति का अध्यक्ष और ग्राम विकास अधिकारी जो सचिव होता है, उनकी लापरवाही इस मामले में सामने आई। गौशाला में पशुओं की देखरेख एवं खानपान की जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी के साथ नहीं उठाए जाने की वजह से पशुओं को विषैला चारा खाने के लिए दे दिया गया जिसके चलते 61 गाय की मौत हो गई।
पुलिस ने भागदौड़ करते हुए ग्राम विकास अधिकारी यानी सचिव को बीते दिन गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। गौशाला में पंजीकृत 188 पशुओं की व्यवस्था के लिए जिम्मेदार ग्राम प्रधान राम अवतार सिंह को पुलिस ने लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार किए गए ग्राम प्रधान को जब न्यायालय में पेश किया गया तो वहां से उसे जेल भेज दिया गया है। हालांकि गौशाला को चारे की आपूर्ति करने वाले ठेकेदार की पुलिस अभी तक गिरफ्तारी नहीं कर पाई है, जबकि उसके ऊपर 25000 रूपये का इनाम भी घोषित किया जा चुका है।