बल्ले-बल्लेः कोरोना के वेरिएंट का एक घंटे में पता लगायेगी 'रे'
कोरोना महामारी को लेकर एक और अच्छी खबर सामने आई है। वैज्ञानिकों ने एक ऐसी किट विकसित की है
नई दिल्ली। कोरोना महामारी को लेकर एक और अच्छी खबर सामने आई है। वैज्ञानिकों ने एक ऐसी किट विकसित की है, जो मात्र एक घंटे में कोरोना के नए वेरिएंट का पता लगायेगी। वैज्ञानिकों ने बहुत ही सोच-समझकर इस नई टेस्ट किट का नाम 'रे' दिया है। इस किट से चिकित्सकों को काफी लाभ मिलेगी।
वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद् (सीएसआईआर) ने कोविड-19 परीक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। बंगाली फिल्म निर्माता और मशहूर लेखक सत्यजीत रे को श्रद्धांजलि देते हुए नई परीक्षण किट को 'रे' (रैपिड वैरिएंट अस्से) नाम दिया गया है। सीएसआईआर ने ही विगत वर्ष कोविड-19 परीक्षण के लिए फेलूदा किट को डिजाईन किया था।
गौरतलब है कि 2019 में आई कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था। इस महामारी के कारण बड़ी संख्या में लोग मौत की नींद सो गये थे और न जाने कितने इसकी चपेट में आ गये थे। कोरोना की वजह से देश के विकास की तेजी से दौड़ रही ट्रेन को भी ब्रेक लग गये थे। हालांकि अब हालात फिर से धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। भारत ने कोरोना की वैक्सीन भी बना ली है। इस वैक्सीन की विदेशों में भी भारी मांग है और इस वैक्सीन को भारत द्वारा विदेशों को भी भेजा जा रहा है। वहीं अब वैज्ञानिकों ने मेहनत करके 'रे' किट विकसित की है। इससे कोरोना के सभी नए वेरिएंटों का मात्र एक घंटे में पता चल सकेगा।