छात्रों के माथे से मिटाया तिलक- स्कूल में राम राम कहने पर लगाई पाबंदी
प्रबंधन की कारगुजारी की वजह से फ़िरोज़ाबाद में ढोलपुरा स्थित सेंट जॉन्स पब्लिक स्कूल चौंतरफा सुर्खियां बटोर रहा है।
फिरोजाबाद। प्रबंधन की कारगुजारी की वजह से ढोलपुरा स्थित सेंट जॉन्स पब्लिक स्कूल चौंतरफा सुर्खियां बटोर रहा है। स्कूल प्रबंधन ने तिलक लगाकर आने वाले छात्रों के माथे से तिलक मिटाते हुए स्कूल के भीतर राम-राम कहने पर पाबंदी लगा दी है। घटना का पता चलने के बाद हिंदू जागरण मंच एवं वीरांगना वाहिनी ब्रज प्रांत के पदाधिकारी ने पुलिस दफ्तर पर हंगामा करते हुए एसपी सिटी को ज्ञापन सौंपा है।
वीरांगना वाहिनी की महानगर अध्यक्ष मधुरिमा वशिष्ठ की अगवाई में वाहिनी के कार्यकर्ता एवं हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारी नारेबाजी के साथ प्रदर्शन करते हुए एसपी सिटी के दफ्तर पर पहुंचे। जहां उन्होंने एसपी सिटी को ज्ञापन सौंपते हुए बताया है कि थाना लाइन पार इलाके में संचालित सेंट जॉन्स स्कूल में मंगलवार 19 दिसंबर को कुछ छात्र अपने माथे पर तिलक लगाकर गए थे।
प्रधानाचार्य ने जब छात्रों को तिलक लगाए देखा तो उन्होंने गीले कपड़े से उनके माथे पर लगे तिलक साफ कर दिए। आरोप है कि प्रधानाचार्य ने स्कूल में किसी भी छात्र-छात्रा के राम-राम कहने पर पाबंदी लगा दी और कहा कि कोई भी स्कूल में राम-राम नहीं कहेगा। मधुरिमा वशिष्ठ ने कहा है कि प्रधानाचार्य द्वारा स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के हिंदुत्व के संस्कारों का दमन किया जा रहा है जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
संगठन की ओर से प्रधानाचार्य के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा। इसके लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से जिम्मेदार होगा। एसपी सिटी को ज्ञापन सौंपने वालों में पूजा जादौन, अनीता सिंह, पूजा शर्मा, बेबी वर्मा, जयश्री जादौन, सुनील प्रताप सिंह, प्रशांत शर्मा, दीपक यादव एवं रविंद्र पाराशर आदि मुख्य रूप से शामिल रहे। उदार प्रिंसिपल फादर विनोय का कहना है कि हमारे स्कूल में इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है। हमारे स्कूल में सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है और सवेरे की प्रार्थना सभा में भी सर्वधर्म प्रार्थना हो रही है।
उन्होंने कहा है कि शहर में कई वर्ष से यह स्कूल संचालित हो रहा है लेकिन इस तरह की कभी कोई शिकायत नहीं हुई है। उन्होंने कहा है कि अगर किसी छात्र के साथ ऐसा हुआ है तो छात्र या संगठन को पहले हमें इसकी जानकारी देनी चाहिए थी। उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर लगे सभी आरोपों को गलत बताते हुए कहा है कि हमारे स्कूल में सभी धर्मों को बराबर सम्मान दिया जाता है।