जहांगीरपुरी हिंसा में अब तक 14 अरेस्ट- फायरिंग करने वाला भी गिरफ्तार
राजधानी के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के मौके पर हुई हिंसा के मामले में अभी तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
नई दिल्ली। राजधानी के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के मौके पर हुई हिंसा के मामले में अभी तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिनमें फायरिंग की शुरुआत करने वाला आरोपी भी शामिल है। गिरफ्तार किए गए आरोपी के कब्जे से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त हथियार को भी बरामद कर लिया है। पुलिस ताबड़तोड़ छापामार कार्यवाही करते हुए हिंसा की इस वारदात में शामिल अन्य असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी के प्रयासों में लगी हुई है।
राजधानी दिल्ली में शनिवार को हनुमान जयंती के मौके पर हुई साम्प्रदायिक हिंसा के मामले में अभी तक पुलिस द्वारा 14 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। गिरफ्तार किए गए लोगों में फायरिंग कर हिंसा की शुरुआत करने वाला आरोपी भी शामिल है। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर हिंसा की वारदात के दौरान इस्तेमाल किया गया हथियार भी बरामद कर लिया है। आरोपी द्वारा गन के माध्यम से फायरिंग की शुरुआत की गई थी।
यदि हनुमान जयंती के मौके पर जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के मामले की शुरुआत की बात की जाए तो हनुमान जयंती होने के कारण शनिवार को सभी जगह दिन से ही बजरंगबली के दरबार में भक्तों का जमावड़ा लगा हुआ था। लेकिन शाम होते-होते उत्तर पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हिंसा भड़क उठी। यह घटना उस समय हुई जब जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती पर शोभायात्रा निकाली जा रही थी। इसी दौरान असामाजिक तत्वों ने पथराव कर दिया, जिसके बाद हिंसा भड़क उठी। हिंसा के लिए सड़क पर उतरे लोगों ने पथराव के बाद कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
हालांकि फिलहाल हालात नियंत्रण में है और जहांगीरपुरी के साथ-साथ कई अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है।
अब सवाल यह भी उठ रहा है कि जिस इलाके में हिंसा की यह वारदात हुई है उस क्षेत्र में गलियों की हालत बहुत ही पतली है। आखिर इतनी बड़ी मात्रा में बोतलें और पत्थर कैसे पहुंचे? दरअसल जिस जगह यह बवाल हुआ है उसके दूसरे तरफ ही हर समय कबाड़ रखा रहता है। जांच के दौरान पुलिस ने लगभग 100 सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में ले लिया है
बताया जा रहा है कि हनुमान शोभायात्रा के दौरान मस्जिद के पास पहुंचते ही दोनों पक्ष आमने सामने आ गए। उपद्रव के दौरान फायरिंग भी की गई। राहत की बात यह है कि कुछ ही घंटों में हालातों को पुलिस और प्रशासन द्वारा पूरी तरह से नियंत्रण में कर लिया गया है।