सनकी पति का खूनी खेल-पत्नी को जिंदा जलाया- ससुर को मौत के घाट उतारा
दीवार फांदकर घर के भीतर घुसे सनकी पति ने मौत का नंगा नाच खेलते हुए चारपाई पर सो रही पत्नी को जिंदा जला दिया।
हमीरपुर। दीवार फांदकर घर के भीतर घुसे सनकी पति ने मौत का नंगा नाच खेलते हुए चारपाई पर सो रही पत्नी को जिंदा जला दिया। चीख पुकार सुनकर बचाने के लिए दौड़े ससुर को उसने पत्थरों से पीट-पीट कर मौत की नींद सुला दिया। बच्चों का भी गला दबाकर उसने हत्या करने का प्रयास किया। विफल रहने पर बाद में उसने खुद को गोली से उड़ा लिया। इस खौफनाक मंजर को देखकर गांव वालों में दहशत पसर गई। सूचना पर दौड़ी पुलिस ने सभी के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं।
रविवार को मुस्करा थाना क्षेत्र के पहाड़ी भिटारी गांव का रहने वाला 42 वर्षीय ओमप्रकाश राजपूत 5 महीने पहले अपने बच्चों के साथ मायके गई पत्नी अनसूया के हमीरपुर के राठ कस्बे के लीलावती नगर पठानपुरा मोहल्ला स्थित मायके में पहुंचा।
रविवार को ओमप्रकाश की बड़ी बेटी ने बताया कि कुछ दिनों से उनके मकान में निर्माण का काम चल रहा था, जिसकी देखभाल करने के लिए गुरुवार को लोदीपुर से उसके 60 वर्षीय नाना नंद किशोर भी यहीं पर आ गए थे। शनिवार की शाम 7:00 बजे के आसपास पिता ओमप्रकाश राजपूत के साथी उच्च प्राथमिक विद्यालय भीतरी के प्रधानाचार्य 55 वर्षीय रतनलाल वर्मा भी घर आए थे और यहीं पर सो गए।
उसने बताया कि आधी रात के बाद उसका पिता ओमप्रकाश मकान की दीवार फांद कर घर के भीतर घुस आया और सबसे पहले चारपाई पर सो रही उसकी मां अनुसूया को जिंदा ही जला दिया। आग का गोला बनी मां चीखती चिल्लाती हुई जब इधर-उधर भागने लगी तो प्रधानाध्यापक रतनलाल वर्मा ने उसकी मां को बचाने की कोशिश की जिसमें वह बुरी तरह से झुलस गए।
इस दौरान हुई चीख पुकार की आवाज को सुनकर नाना नंद किशोर जब मौके पर पहुंचे तो ओमप्रकाश ने उन्हें उठाकर जमीन पर पटक दिया और पत्थरों से पीट-पीट कर उसकी जान ले ली।इस दौरान ओमप्रकाश ने अपनी बड़ी बेटी और उसके छोटे भाई का भी गला दबाकर मारने का प्रयास किया। लेकिन दोनों किसी तरह से शैतान बने ओमप्रकाश के कब्जे से छूट कर भाग लिए।इसके बाद ओमप्रकाश ने अपने सीने से तमंचा सटाया और गोली चला दी, जिससे ओमप्रकाश की मौके पर मौत हो गई।