दलित महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने से रोकने पर तीन पर FIR दर्ज

कथित तौर पर दलित महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने से रोकने पर आज पुजारी समेत तीन लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया।

Update: 2022-03-03 16:40 GMT

खरगोन। मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के मेन गांव थाना क्षेत्र के टेमला में स्थित एक मंदिर में कथित तौर पर दलित महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने से रोकने पर आज पुजारी समेत तीन लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया। खरगोन पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी

पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी ने आज बताया कि टेमला की 30 वर्षीय पूजा खांडे की शिकायत पर वहां के एक मंदिर के पुजारी शंकर बर्वे, मंजू बाई पाटीदार तथा एक अन्य महिला के विरुद्ध विभिन्न संबंधित धाराओं के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया गया है। शिकायत के मुताबिक पूजा अपनी चचेरी बहनों निशा, सोनिया तथा सहेली शिवानी के साथ एक मार्च को महाशिवरात्रि के अवसर पर एक मंदिर में पूजा करने गई थी। इस दौरान कथित तौर पर पुजारी शंकर बर्वे ने उन्हें अंदर प्रवेश नहीं करने दिया और बाहर से ही दर्शन करने के लिए कहा था।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की सूचना मिलने पर कल पुलिस बल को वहां भेजा गया था, किंतु उस दौरान कोई शिकायत नहीं की गई थी। शिकायतकर्ता पूजा ने पत्रकारों को बताया कि जब वह सभी के साथ पूजा करने गई तो पुजारी ने बाहर से ही पूजा करने के लिए कहा। उसने बताया कि इस दौरान वहां कई लोग घटना को देख रहे थे। उसने बताया कि निमाड़ के प्रसिद्ध पर्व गणगौर के दौरान भी इसी तरह का भेदभाव होता है। इस घटनाक्रम की मोबाइल से वीडियो क्लिप बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर की गई थी जो पिछले 2 दिनों से वायरल हो रही है।

अखिल भारतीय बलाई समाज महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राजू गांगले के नेतृत्व में आज समाज के महिला पुरुषों पुलिस अधीक्षक कार्यालय आकर ज्ञापन सौंपा था। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए थे। राजू गांगले ने बताया कि आज सायं प्रकरण दर्ज होने के बाद दलित महिलाओं ने मंदिर में जा कर पूजा अर्चना की।

वार्ता

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