और इस तरह एटीएम से चुरा लिए बीटेक के छात्रों ने 46 लाख रुपए
एटीएम में पेचकस और चिमटी फंसाकर विभिन्न बैंकों के एटीएम से 46 लाख रूपये की भारी-भरकम राशि चोरी कर ली।
नई दिल्ली। सफल इंजीनियर बनने के लिए बीटेक की पढ़ाई कर रहे तीन शातिर छात्रों ने ऐशो आराम की जिंदगी के लिये ऐसा दिमाग लगाया कि एटीएम में पेचकस और चिमटी फंसाकर विभिन्न बैंकों के एटीएम से 46 लाख रूपये की भारी-भरकम राशि चोरी कर ली। इस मामले का खुलासा उस समय हुआ जब पढ़े-लिखे शातिर चोर पुलिस के हत्थे चढ़े।
दरअसल मामला जबलपुर पुलिस से जुड़ा हुआ है और पुलिस के हत्थे चढ़े छात्र उत्तर प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेज से ताल्लुक रखते हैं। जबलपुर की संजीवनी नगर पुलिस ने इसी माह की 1 जून को गुलौआ चौक स्थित एटीएम से सरजी देवसर धरमपुर कानपुर निवासी विजय यादव को गिरफ्तार किया। थाने ले जाकर पूछताछ किए जाने पर पुलिस ने कानपुर के सर्वोदय नगर गगन कटियार और डाक्टर कालोनी पांडेपुर वाराणसी निवासी अजीत कुमार को मिर्जापुर से गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान पता चला कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहे तीनों आरोपी आलीशान जिंदगी जीने के लिए बैंकों के एटीएम से चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। पकड़े गए पढ़े-लिखे इंजीनियर शातिर चोर एनसीआर मॉडल के एटीएम को निशाना बनाते थे और मशीन की कैश ट्रे में पेचकस अथवा चिमटी फंसाकर नगदी निकाल लेते थे। आरोपियों के कब्जे से तीन एटीएम कार्ड, दो मोबाइल फोन, पेचकस, चिमटी और वारदात में इस्तेमाल कार तथा 65000 रूपये की नगदी बरामद की गई है। तीनों आरोपी वर्ष 2018 से बैंकों के एटीएम में चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे थे। वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी एक एटीएम कार्ड का इस्तेमाल केवल दो या तीन बार करते थे। तीनों आरोपियों ने मध्यप्रदेश के जबलपुर और कटनी समेत राजधानी दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, राजस्थान, बिहार, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के एटीएम में चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। जांच के दौरान एक आरोपी के 3 बैंक खातों में 3 साल के भीतर 45.96 लाख रुपए का लेन देन पाया गया है।