बोली ED- PA और उसके सहायक के घर से मिले नोट मंत्री के

इस दौरान प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से अधिवक्ता अनिल कुमार ने अपना पक्ष रखा।

Update: 2024-05-16 11:57 GMT

रांची। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पीएमएलए अदालत में पेश किए गए झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम की 6 दिन की रिमांड मंजूर करते हुए प्रवर्तन निदेशालय को मंत्री से नोटों का पहाड़ मिलने की बाबत पूछताछ करने का मौका दिया है। 10 दोनों की रिमांड के बजाय 6 दिन की रिमांड दिए जाने को लेकर अदालत में तकरीबन घंटे भर से अधिक समय तक दोनों पक्षों के बीच बहस चली।

बृहस्पतिवार को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया और 10 दिन के लिए मंत्री की रिमांड मांगी। लेकिन अदालत ने 6 दिनों की रिमांड मंजूर की।

रिमांड को लेकर विशेष कोर्ट के जस्टिस प्रभात कुमार शर्मा की अदालत में दोनों पक्षों के बीच तकरीबन 1 घंटे से भी अधिक समय तक जोरदार बहस चली। इस दौरान प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से अधिवक्ता अनिल कुमार ने अपना पक्ष रखा।

सुनवाई के दौरान ईडी की ओर से अदालत को दी गई जानकारी में बताया है कि मंत्री आलमगीर आलम के पीए संजीव लाल और उसके सहायक जहांगीर के यहां से जो नोटों का पहाड़ बरामद हुआ है वह सभी पैसे मंत्री आलमगीर आलम के ही है।

क्योंकि ग्रामीण विकास विभाग में टेंडर मंजूरी को लेकर जो भी कमीशन का खेल खेला जाता था, उसमें आलमगीर आलम का डेढ प्रतिशत का हिस्सा होता था।

Tags:    

Similar News