दरोगा ने अपहृत का चचेरा भाई बन कर युवक को छुड़ाया
एक दरोगा ने अपहृत का चचेरा भाई बन कर उसे अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा लिया।
औरैया। उत्तर प्रदेश में औरैया जिले के अयाना क्षेत्र में गुरूवार को एक दरोगा ने अपहृत का चचेरा भाई बन कर उसे अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा लिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि महारतपुर निवासी लाखन सिंह ने पुलिस को जानकारी दी कि उसका बेटा कपिल (18) उर्फ वीरू मुरादगंज स्थित संत विवेकानंद इंटर कालेज में कक्षा नौ का छात्र है। बुधवार दोपहर को उसे स्कूल में फीस पूछने व तीन किलो चावल बेंचकर सामान लाने के लिए मुरादगंज भेजा था। देर शाम उसके नंबर पर एक फोन आया जिसमें आरोपियों ने उसके बेटे का अपहरण कर लेने की जानकारी देते हुए एक लाख 80 हजार रुपयों की मांग की। साथ ही बेटे के चचेरे भाई गजेंद्र, संदीप व बहन अंगूरी में से एक को साथ लाने की शर्त रखी।
थाना प्रभारी भोला प्रसाद रस्तोगी ने घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक को देने के साथ आरोपियों से पीड़ित का चचेरा भाई बनकर बात की। इधर पुलिस अधीक्षक ने आरोपियों ने मोबाइल नंबर ट्रेस किया। उधर अयाना पुलिस आरोपियों की बताई जगह अजीतमल पावर हाउस के पास पहुंची लेकिन आरोपियों पता नहीं चला। आरोपियों के मोबाइल की लोकेशन अनंतराम टोल प्लाजा के पास बंबा की पटरी पर मिली।
पुलिस अधीक्षक चारू निगम, सीओ अजीतमल भरत पासवान, अजीतमल कोतवाली प्रभारी रजनीश कटियार व अयाना थाना पुलिस देरी न करते हुए घेराबंदी की। पुलिस को आता देख आरोपी किशोर को छोड़ कर मौके से भाग निकले। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दविश दे रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
वार्ता