STF की बड़ी कार्रवाई-भूमाफिया यशपाल की 153 करोड़ की संपत्ति कुर्क
एसटीएफ ने अब भूमाफिया के गैंग में शामिल बाकी बचे सदस्यों की भी कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है।
देहरादून। सरकार की आंखों में धूल झौकने के लिये शातिर दिमाग भू माफिया गैंगस्टर द्वारा घरेलू नौकरों एवं गरीब मजदूरों के नाम दर्ज कराई गई तकरीबन 153 करोड़ रुपए की चल एवं अचल संपत्ति को उत्तराखंड एसटीएफ द्वारा बड़ी कार्यवाही करते हुए कुर्क कर लिया गया है। एसटीएफ ने अब भूमाफिया के गैंग में शामिल बाकी बचे सदस्यों की भी कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है।
सोमवार को उत्तराखंड एसटीएफ ने अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही करते हुए पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के पश्चिमी यूपी के बागपत के मूलनिवासी एवं उत्तराखंड के सबसे बड़े गैंगस्टर एवं भूमाफिया यशपाल सिंह तोमर की तकरीबन 153 करोड रुपए की चल एवं अचल संपत्ति को कुर्क कर लिया है। शातिर दिमाग भू माफिया गैंगस्टर ने सरकार की कार्यवाही से बचने के लिये कुर्क की गई संपत्ति में से अधिकांश अपने घरेलू नौकरों एवं गरीब मजदूरों के नाम करा रखी थी। भू माफिया ने देहरादून, हरिद्वार और नैनीताल के अलावा देश की राजधानी दिल्ली और हरियाणा में बड़े पैमाने पर संपत्ति इकट्ठा करके रख ली थी। 153 करोड रूपए की चल एवं अचल संपत्ति को कुर्क करने के बाद एसटीएफ की टीम अब भू माफिया के गैंग में शामिल अन्य सभी सदस्यों की कुंडली को खंगालने में लग गई है।
सोमवार को एसटीएफ के एएसपी अजय सिंह की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है कि पिछले दिनों बागपत निवासी यशपाल तोमर को हरिद्वार जनपद के ज्वालापुर इलाके में चर्चित 56 बीघा जमीन की धोखाधड़ी के मामले में भी गिरफ्तार किया गया था। यशपाल तोमर की गिरफ्तारी की सूचना पर उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ की टीम ने भी हरिद्वार पहुंचकर भूमाफिया से बातचीत की थी।
दरअसल इस मामले में दिल्ली निवासी गिरधारी लाल ने ज्वालापुर कोतवाली पर मुकदमा दर्ज कराया था कि भूमाफिया यशपाल तोमर ज्वालापुर की चर्चित 56 बीघा जमीन अपने नाम करने का दबाव डाल रहा है। उत्तराखंड पुलिस के तत्कालीन डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश पर मुकदमा दर्ज होने के बाद इस मामले की जांच उत्तराखंड एसटीएफ को सौंप दी थी। एसटीएफ की ओर से की गई जांच पड़ताल में पता चला कि हरिद्वार से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान तक भूमाफिया यशपाल तोमर की सैकड़ों करोड़ रुपए की जमीन है।