महिला अधिवक्ता की हत्या के विरोध में जौनपुर में वकीलों ने छोड़ा काम

प्रदेश के मुख्यमंत्री शीघ्र प्रदेश में एडवोकेट्स प्रोटेक्शन एक्ट लागू करें ताकि अधिवक्ताओं की सुरक्षा हो सके।

Update: 2024-09-07 07:37 GMT

जौनपुर। उत्तर प्रदेश में जौनपुर जिले के सिविल कोर्ट और कलेक्ट्रेट के साथ ही सभी तहसीलों और टैक्सेशन बार के अधिवक्ता कासगंज की महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर की गत चार सितम्बर की रात हुई हत्या के विरोध में शनिवार को पूरे दिन न्यायिक कार्यो का बहिष्कार कर प्रदर्शन किया, जिससे कोई भी न्यायिक कार्य नहीं हो सका और अधिवक्ताओं ने एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने के लिए एक ज्ञापन भी दिया।

सिविल कोर्ट बार एसोसिएशन की एक आवश्यक बैठक संघ के अध्यक्ष जितेंद्र नाथ उपाध्याय की अध्यक्षता में हुई, जिसमें सर्वसम्मत से अधिवक्ताओं ने कासगंज में महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर के हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की और लगभग 60 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस हत्यारे को गिरफ्तार नहीं कर सकी इसके विरोध में पूरे दिन न्यायिक कार्यक्रम से बहिष्कार करने का निर्णय लिया।

इसी तरह कलेक्ट्रेट अधिवक्ता समिति के अध्यक्ष मनोज मिश्र की अध्यक्षता में अधिवक्ताओं की कोई बैठक में सर्वसम्मत से प्रस्ताव पारित कर कासगंज में महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर की हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की और हत्यारों की अभी तक गिरफ्तारी न होने के विरोध में पूरे दिन न्यायिक कार्यों का बहिष्कार कर कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया। इसी तरह जिले की सभी तहसील मुख्यालयों जैसे केराकत, मड़ियाहूं, मछली शहर, बदलापुर और शाहगंज के साथ ही टैक्सेशन बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने आज पूरे दिन न्यायिक कार्यों का बहिष्कार कर प्रदर्शन किया। जौनपुर के अधिवक्ताओं ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि इस घटना का खुलासा से शीघ्र किया जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए, इसके साथ ही अमृत अधिवक्ता के आश्रितों को एक करोड रुपए का मुआवजा और परिवार की एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।

अधिवक्ताओं ने ज्ञापन में मांग किया है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शीघ्र प्रदेश में एडवोकेट्स प्रोटेक्शन एक्ट लागू करें ताकि अधिवक्ताओं की सुरक्षा हो सके।

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