कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध- 22 जुलाई से हरिद्वार की सीमाएं सील
यह टीमें हरियाणा और राजधानी दिल्ली समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में जाकर लोगों से कांवड़ मेले में हरिद्वार ना आने की अपील करेगी।
हरिद्वार। सरकार की ओर से श्रावण मास की कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिए जाने के बाद अब पुलिस ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। 22 जुलाई से ही हरिद्वार की सीमाओं को सील करते हुए तीर्थनगरी में कांवड़ियों का प्रवेश वर्जित कर दिया जाएगा। इसके लिए 10 टीमों का गठन कर दिया गया है। यह टीमें हरियाणा और राजधानी दिल्ली समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में जाकर लोगों से कांवड़ मेले में हरिद्वार ना आने की अपील करेगी।
शुक्रवार को पुलिस कार्यालय में आयोजित की गई प्रेसवार्ता में पत्रकारों से बातचीत करते हुए एसएसपी सेंथिल अवुदई कृष्णराज एस ने बताया है कि तीर्थ नगरी हरिद्वार की सीमाओं को श्रावण मास का कांवड़ मेला शुरू होने से पहले ही 22 जुलाई से कांवड़ियों के लिए सील कर दिया जाएगा। पहाड़ी जनपदों में जाने के लिए लोगों को 72 घंटे भीतर की आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। उसी के बाद लोगों को एंट्री दी जाएगी। उन्होंने बताया कि कांवड़ मेले के लिए आ रहे लोगों को हरिद्वार में घुसने की अनुमति नहीं होगी। वाहनों से आने वाले लोगों के लिए अलग से गाइडलाइन तैयार की जाएगी। जबकि ट्रेन और रोडवेज बसों से आने वालों के लिए अलग से गाइडलाइन जारी होगी। तीन तरह की गाइडलाइन बातचीत कर तैयार की जा रही है। एसएसपी ने कहा है कि इस बार पुलिस के लिए कांवड़ियों को हरिद्वार आने से रोकना किसी चुनौती से कम नहीं होगा। क्योंकि पिछली बार कांवड मेले के दौरान लगभग देशभर में रोडवेज बसों के साथ ट्रेनों का संचालन बंद था। लेकिन इस बार इसको लेकर अलग से रणनीति तैयार करनी होगी। उन्होंने बताया कि अंतरराज्यीय पुलिस समन्वय बैठक भी की जाएगी। पुलिस मुख्यालय में भी बैठक होगी। जिसमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के अधिकारी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि गठित की गई पुलिस टीमों को जल्द ही हरिद्वार से रवाना किया जाएगा। ताकि लोगों को कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगाए जाने की जानकारी दी जा सके। गौरतलब है कि आगामी 23 जुलाई से विधिवत कांवड़ यात्रा की शुरुआत होनी थी।