उत्तराखंड में पूरी तरह प्रतिबंध मुक्त हो पर्यटन: हरीश रावत
हरीश रावत ने उत्तराखंड के शहीदों का स्मरण करते हुए सरकार को पांच सुझाव दिए।
देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने उत्तराखंड के शहीदों का स्मरण करते हुए सरकार को पांच सुझाव दिए। उन्होंने पर्यटन को पूरी तरह प्रतिबंध मुक्त करने और शादी-विवाह, संस्कार व मंदिरों में पूजा-पाठ पर आंशिक प्रतिबंधों को शिथिल करने की पैरवी की है। सोशल मीडिया पर पोस्ट में उन्होंने अपने दो सुझावों को विस्फोटक करार दिया है।
कोरोना संकट काल में उन्होंने राज्य की आर्थिकी को गति देने के लिए राह सुझाई। पांच में से अपने पहले सुझाव में पर्यटन को प्रतिबंध करने के साथ ही प्रोत्साहन योजना बनाकर इससे जुड़े लोगों को राहत देने को कहा है। साथ ही तीर्थाटन के क्षेत्र में कुंभ के आगे-पीछे तीर्थयात्रियों को उत्तराखंड आने के लिए प्रोत्साहित करने पर जोर दिया है।
उन्होंने कहा कि कुंभ यात्रियों की संख्या में 30 से 40 फीसद से ज्यादा गिरावट नहीं आनी चाहिए। राज्य में सर्किल रेट को घटाकर 50 फीसद पर लाने और नजूल भूमिधरों के नियमितीकरण का उन्होंने सुझाव दिया। साथ ही कहा कि प्रत्येक बिक्री केंद्र पर न्यूनतम 15 फीसद स्थानीय उत्पादों को बिक्री के लिए रखना अनिवार्य किया जाए।
पांचवें सुझाव में उन्होंने राज्य की अर्थव्यवस्था को उठाने के लिए साहसिक कदम लेने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे कदम नहीं उठाने पर 2023 आते-आते अर्थव्यवस्था पूरी तरह सिकुड़ जाएगी। खुशहाली हमसे दूर चली जाएगी। राज्य में गैरसैंण सहित 11 नए जिलों को मंजूरी देकर उनका संचालन करने का सुझाव उन्होंने दिया।
(हिफी न्यूज)