कोरोना के वैरियंट- अस्पतालों में मॉक ड्रिल व्यवस्थाएं मिलीं दुरस्त'
डिप्टी सीएम ने दवाओं, वैक्सीन समेत अन्य आवश्यक चीजों की उपलब्धता की बारीकी से जांच की।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक आज मॉक ड्रिल की हकीकत परखने के लिए राजधानी के जिला अस्पताल बलरामपुर पहुंचे। यहां उन्होंने मॉक ड्रिल का शुभारंभ करते हुए ऑक्सीजन की उपलब्धता से लेकर वेंटिलेटर, आईसीयू आदि सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त पाई। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर अलर्ट मोड में रहें। अस्पताल में सभी स्टाफ बिना मास्क के न आए इसका विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर काफी गंभीर है। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर किसी भी चीज की जरूरत है तो वह उनसे संपर्क कर सकते हैं। इस दौरान डिप्टी सीएम ने दवाओं, वैक्सीन समेत अन्य आवश्यक चीजों की उपलब्धता की बारीकी से जांच की।
दुनिया के कई देशों में बढ़ रहे कोविड के नए वैरियंट बीएफ 7 की संभावना से देश में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। ऐसे में मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आज प्रदेशभर में कोरोना के नए वैरियंट को देखते हुए व्यवस्थाओं को परखने और बचाव के लिए डेडीकेटेड हॉस्पिटल में मॉक ड्रिल हुई, जिसमें वेंटीलेटर, दवा, ऑक्सीजन का उपलब्धता को परखा गया। इस दौरान आईसीयू वार्ड में ऑक्सीजन प्लांट का प्रेशर की बारीकी से जांच की गई। प्रदेश के 75 जिलों के करीब 400 से अधिक अस्पतालों में मॉक ड्रिल हुई। इस दौरान हर जिले में सरकार की ओर से नियुक्त किए गए नोडल अधिकारी भी मौजूद रहे। इसके साथ ही चिकित्सा शिक्षा संस्थानों में डब्ल्यूएचओ के सविलांस मेडिकल ऑफिसर की निगरानी में मॉक ड्रिल किया गया।